‘सीड्स ऑफ इनोसेंस’ ने आगरा में अत्याधुनिक आईवीएफ, आनुवंशिक टेस्टिंग और भ्रूण चिकित्सा फैसिलिटी का किया शुभारम्भ
- मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय में राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने किया सेंटर का उद्घाटन
- सीड्स ऑफ इनोसेंस पूरे भारत में 20 से अधिक आईवीएफ और फर्टिलिटी सेंटर का कर रहा संचालन
- हमारा मुख्य उद्देश्य,बांझपन का विश्वसनीय इलाज कराने के इच्छुक युवा दंपत्तियों को प्रजनन सम्बंधी सुविधाएं प्रदान करना है: डॉ गौरी अग्रवाल
आगरा (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Agra News: ‘सीड्स ऑफ इनोसेंस’ ने आगरा में अपना पहला और सबसे बड़ा अत्याधुनिक फर्टिलिटी सेंटर (प्रजनन केंद्र) का शुभारम्भ किया है। यह हर एक व्यक्ति तक अंतर्राष्ट्रीय मानक का प्रजनन उपचार उपलब्ध कराने के लिए भारत के 8 राज्यों में 20 सेंटर वाले प्रमुख आईवीएफ सेन्टर की चेन है। इससे प्राकृतिक रूप से गर्भ धारण करने में नाकाम रहने वाले दंपत्तियों को आशा की एक नई किरण मिलेगी। यह जानकारी प्रसिद्ध आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ गौरी अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि “भारत की कुल प्रजनन दर में गिरावट आई है, इसलिए बांझपन, इसके कारणों और इलाजों के बारे में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण हो गया है। Agra News
चिकित्सा के क्षेत्र में रिसर्च और टेक्नोलॉजी में कई आविष्कार हो रहे हैं। इन आविष्कारों से हमारे देश को लाभ पहुंचा सकता है। आज हम सिलोस में आईवीएफ से संपर्क नहीं कर सकते हैं और इसके बजाय एक मल्टी-डिसिप्लिनरी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। आनुवंशिक टेस्टिंग फैसिलिटी की जरूरत के अलावा हमने एक भ्रूण कल्याण कार्यक्रम भी शुरू किया है, जो एडवांस आईवीएफ सॉल्यूशन ऑफर करने वाला एक व्यापक सेंटर बन रहा है। सेंटर यूनीक अल्ट्रासाउंड सेवाएं प्रदान करेगा जैसे कि भ्रूण डॉपलर स्कैन और नॉन-स्ट्रेस टेस्ट, भ्रूण इकोकार्डियोग्राफी, और अन्य आनुवंशिक असामान्यताओं और भ्रूण में अनियमित खून का प्रवाह और प्रतिबंधित भ्रूण वृद्धि जैसी सामान्य चिंताओं के खतरे को खत्म करने में मदद करेगा।
एस पी सिंह बघेल ने बांझपन और इसके इलाज के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सीड्स ऑफ़ इनोसेंस की सराहना करते हुए कहा, ” यह नया सेंटर सामान्य रूप से बांझपन की चिंताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा। मुझे विश्वास है कि डॉ. गौरी की देखरेख में सीड्स ऑफ इनोसेंस राज्य में शानदार काम करेगा।”यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स , दिल्ली-एनसीआर के ग्रुप डायरेक्टर डॉ रजत अरोड़ा ने इस बाबत अपनी राय देते हुए कहा, “सीड्स ऑफ इनोसेंस, नेहरू नगर, गाजियाबाद में स्थित यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ग्रुप की एक शाखा है। इसका उद्देश्य कई तरह के प्रजनन इलाज उपलब्ध कराने के अलावा ज्यादा खतरे वाली गर्भावस्था का अच्छे से देखभाल प्रदान करना है।
सीड्स ऑफ़ इनोसेंस का मुख्य उद्देश्य | Agra News
प्रसिद्ध आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ गौरी अग्रवाल ने बताया कि इस सेक्टर में सीड्स ऑफ इनोसेंस की रोडमैप योजना गुणवत्ता कंसल्टेशन और बांझपन का विश्वसनीय इलाज कराने के इच्छुक युवा दंपत्तियों को प्रजनन सम्बंधी सुविधाएं प्रदान करना है। सीड्स ऑफ़ इनोसेंस का आगरा का सेंटर निसंतान दंपत्तियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह सेंटर दूसरे शहरों में इलाज के लिए भटकने वाले लोगों को आगरा में ही उनकी समस्या का समाधान देगा।
ब्लॉक नंबर 9/4, पहली मंजिल, शंकर पॉइंट, संजय प्लेस, सिविल लाइन्स, आगरा, उत्तर प्रदेश में स्थित सीड्स ऑफ़ इनोसेंस का फर्टिलिटी सेंटर दूरदर्शी और प्रसिद्ध आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ गौरी अग्रवाल के दिशा निर्देशन में स्थापित किया गया है। वह सीड्स ऑफ इनोसेंस की सह-संस्थापक भी हैं। नया फर्टिलिटी सेंटर अत्याधुनिक तकनीक के साथ-साथ विशेषज्ञों की एक मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम से लैस है। इस सेन्टर में भ्रूण चिकित्सा और आनुवंशिक परीक्षण की सुविधा भी शामिल है। आगरा में शुरू की गई यह नई फैसिलिटी इस क्षेत्र में बांझपन इलाज के एक समर्पित फैसिलिटी, उपचार और काउंसलर के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है। Agra News
इस सेंटर का उद्घाटन आगरा के संसद सदस्य एसपी सिंह बघेल ने किया। इस दौरान यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, दिल्ली-एनसीआर के चेयरमैन डॉ दिनेश अरोड़ा; यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स , दिल्ली-एनसीआर के ग्रुप डायरेक्टर डॉ शशि अरोड़ा; यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, दिल्ली-एनसीआर के ग्रुप डायरेक्टर डॉ रजत अरोड़ा और सीड्स ऑफ इनोसेंस और जेनेस्ट्रिंग डायग्नोस्टिक सेंटर की को- फाउंडर और डायरेक्टर डॉ गौरी अग्रवाल आदि मौजूद रही।
ये है सेंटर की मुख्य सुविधाएं | Agra News
डॉ गौरी अग्रवाल ने बताया कि सेंटर को चिकित्सा बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को विश्वव्यापी मानकों के अनुसार बनाया गया है। यह सेंटर असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी, इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट, हाई-रिस्क प्रेगनेंसी केयर और जेनेटिक टेस्टिंग में माहिर है। इस आईवीएफ सेन्टर में एक समर्पित भ्रूण चिकित्सा विभाग के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय हॉलमार्क चिकित्सा तकनीक जैसे प्रीमियम ई 10 अल्ट्रासाउंड उपकरण भी हैं, जो असाधारण भ्रूण हृदय उपकरण और विशेष जांच करते हुए बेहतर इमेज क्लियरटी (छवि स्पष्टता) और रंग से मुश्किल केसेस का समाधान प्रदान करता है।
यह अपनी तरह का पहला सेंटर है जो भ्रूण के लिए एडवांस जेनेटिक डायग्नोसिस सुविधाएं जैसे कि प्री इम्प्लांटेशन जेनेटिक स्क्रीनिंग (पीजीएस) और प्री इम्प्लांटेशन जेनेटिक डायग्नोसिस (पीजीडी) आनुवंशिक बीमारियों या डाउन सिंड्रोम, थैलेसीमिया, सिकल सेल, भ्रूण में गुणसूत्र सम्बन्धी बीमारी और इसी तरह के अन्य वंशानुगत आनुवंशिक बीमारी का पता लगाता है। Agra News
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