Bihar flood: आपदा पता नहीं कब कहां आ जाए! गत दिवस वाल्मीकिनगर और बीरपुर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद, बिहार सरकार द्वारा बाढ़ के लिए हाई अलर्ट जारी करते हुए सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट से मिली है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बाढ़ के पानी से 13 जिलों के 13.5 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिसकी वजह से स्कूलों की छुट्टियों का ये निर्णय लिया गया है। School Holiday
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन दिनों में जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के बाद उत्तर और मध्य बिहार में नदियां खतरे के निशान से उपर चल रही थी। अचानक बैराज से पानी छोड़ने के बाद अधिकारियों ने कई इलाकों में बाढ़ के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया है, बाढ़ के बाद तबाही साफ देखी जा सकती है।
बिहार में हाई अलर्ट जारी! आपातकालीन उपाय लागू
रिपोर्ट में जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग (हफऊ) ने के हवाले से बताया गया, ‘‘आपातकालीन नियंत्रण उपाय शुरू कर दिए हैं और चौबीसों घंटे तटबंधों की निगरानी की जा रही है। एहतियात के तौर पर, कोसी बैराज के पास वाहनों की आवाजाही पर बैन लगा दिया गया है। बचाव राहत दल के सदस्यों में डब्ल्यू आर डी के 3 अधीक्षण अभियंता, 17 कार्यकारी अभियंता, 25 सहायक अभियंता और 45 कनिष्ठ अभियंता शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं उनमें गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान और महानंदा तथा गंगा शामिल हैं, जिससे उत्तर बिहार के 8 जिलों के 31 प्रखंडों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी चंपारण में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए 29 सितंबर तक सभी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की गई है।
रिपोर्ट में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल के हवाले से बताया गया कि शनिवार को शाम 7:00 बजे तक कोसी नदी पर बीरपुर बैराज से कुल 5.79 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह 1969 के बाद से 56 वर्षों में इस बैराज से छोड़ा गया सबसे ज्यादा पानी है। School Holiday
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