आरोपी रिटायर्ड प्रिंसिपल को कर रहे थे ब्लैकमेल
चंडीगढ़(सच कहूँ न्यूज)। साइबर अपराधियों ने ब्लैकमेलिंग को अपना नया हथियार बनाया है। इज्जतदार लोग डरते हुए पैसे दे देते है और शिकायत नहीं करते हैं। एक सेवानिवृत प्रिंसिपल को अश्लील वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने 24 लाख रूपए ठग लिए। जब साइबर अपराध की मोडस आॅपरेंडी समझ आयी तो सेवानिवृत प्रिंसिपल ने 1930 पर शिकायत दर्ज की। एससीबी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए आगे बताया, साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 लाख रूपए आरोपी के खाते में फ्रिज कर रिफंड कर दिए है। वही शिकायत प्राप्त होने के बाद स्थानीय पुलिस ने आगे कार्रवाई शुरू कर दी है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, अपराध ओपीसिंह, आईपीएस ने बताया की साइबर हेल्पलाइन 1930 पर जितनी जल्दी शिकायत दी जाती है, उतनी ही जल्दी टीम पैसे को ब्लॉक करने का काम करती है। अक्सर पीड़ित 1930 पर देरी से अपनी शिकायत दर्ज करवाता है, और तब तक काफी देर हो जाती है। अगर आपके साथ ऐसा कोई अपराध होता है तो साइबर अपराधी से ना डरे और ना ही ब्लैकमेल होएं। तुरंत पुलिस को इसकी सुचना दें।
कभी यूट्यूब अधिकारी, तो कभी थानेदार, तो कभी एसपी बन किया फोन
एससीबी प्रवक्ता ने बताया की शिकायत कर्त्ता ने 1930 पर शिकायत दी कि एक फोन आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को एसएचओ साइबर सेल बताया और कहा की आपकी अश्लील वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हुई है और उसे हटाने के लिए यूट्यूब के अधिकारी से बात करनी होगी। कथित फर्जी थानेदार ने यूट्यूब अधिकारी के नाम से किसी राहुल शर्मा का नंबर दिया। पीड़ित द्वारा यूट्यूब अधिकारी से बात करने पर, वीडियो डिलीट करने के लिए फीस के तौर पर 31500 मांगे गए जिसे भुगतान पीड़ित ने तुरंत कर दिया। पैसे आने बाद फिर से फर्जी यूट्यूब अधिकारी ने पीड़ित से 1.26 लाख कि डिमांड ये कहते हुए कि गयी कि अभी 4 वीडियो और है जिसे डिलीट करना है। और इसी तरह कभी इंस्टाग्राम से तो कभी व्हाट्सप्प से वीडियो डिलीट करवाने के नाम पर पीड़ित से पैसे ऐंठते रहे।
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