सरसा (सच कहूँ/गिरीश इन्सां)। ‘चल दिए ओड़ निभा के सतगुरु के प्यारे, दोनों जहां की खुशियों के लूट के नजारे’ सत् ब्रह्मचारी सेवादार नछत्तर सिंह इन्सां(SBS Nachhatar Singh Insan) (83) ने इन पंक्तियों को सार्थक सिद्ध किया। वे अपनी स्वांसों रूपी पूंजी पूर्ण कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे। उन्होंने पंजाब के मानसा स्थित डेरा सच्चा सौदा अमनपुरा धाम में अंतिम स्वांस ली। वे हमेशा मालिक की बंदगी और मानवता भलाई कार्यों में तल्लीन रहते थे। उनका अंतिम संस्कार शाह सतनाम जी धाम के नजदीक शमशान घाट में किया गया।
नछत्तर सिंह इन्सां का जन्म सन् 1939 में पिता जगमेल सिंह और माता चेतन कौर के घर गांव शेरगढ़, तहसील तलवंडी साबो जिला बठिण्डा (पंजाब) में हुआ। वे बचपन से ही नेक विचारों वाली शख्सियत थे। उनकी शादी बलबीर कौर से हुई। उनके दो बेटे रेशम इन्सां और खुशदिल इन्सां हैं। नछत्तर सिंह इन्सां ने सन् 1964 में पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज से नाम की अनमोल दात प्राप्त की। इसके साथ ही वे राम-नाम के सुमिरन और मानवता भलाई कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने लगे।
जब भी उन्हें डेरा सच्चा सौदा दरबार में सेवा का मौका मिलता तो वे तुरंत उस सेवा में दौड़े चले आते। वहीं जरूरतमंदों की मदद को भी हमेशा आगे रहते। इस तरह डेरा सच्चा सौदा की शिक्षाओं पर अमल करते हुए वे स्वयं भी मानवता भलाई कार्य करते और औरों की भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करते। उन्होंने अपने पूरे परिवार को डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ा। तत्पश्चात सन् 1995 में उन्हें सत्ब्रह्मचारी सेवादार का प्रशाद मिला। इसी के साथ वे मालिक की सृष्टि की नि:स्वार्थ भाव से सेवा को समर्पित हो गए।
सर्वप्रथम सत्ब्रह्मचारी सेवादार नछत्तर सिंह इन्सां(SBS Nachhatar Singh Insan) की ड्यूटी सांझा सच्चा सौदा धाम, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब) में लगी। यहां उन्होंने बेहतरीन सेवा कार्य किए। इसके पश्चात हरिद्वार धाम, रामपुर थेड़ी रानियां (सरसा), शाह सतनाम जी रूहानी धाम, सलाबतपुरा (पंजाब), डेरा सच्चा सौदा सतनामपुर धाम, गंगवा (हिसार), शाह मस्ताना जी धाम, सरसा और डेरा सच्चा सौदा सचखंड धाम, फेफाना, तहसील नोहर (हनुमानगढ़), डेरा सच्चा सौदा अमनपुरा धाम, मानसा (पंजाब) में अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई और अंतिम समय तक सेवा और सुमिरन में तल्लीन रहे।
29 जनवरी शनिवार सुबह 10 बजे वे अपनी स्वांसों रूपी पूंजी पूर्ण कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे। शाह सतनाम जी धाम, सरसा के नजदीक शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर उनके परिजन, रिश्तेदार, डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन समिति सदस्यों और साध-संगत ने सचखंडवासी सत्ब्रह्मचारी सेवादार नछत्तर सिंह इन्सां को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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