देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने परिवार सहित भाजपा ज्वाईन की

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कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री रह चुकी हैं सावित्री जिंदल | Hisar News

हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। Hisar News: देश के प्रसिद्ध उद्योगपति ओमप्रकाश जिंदल की पत्नी एवं कांग्रेस के पूर्व सांसद नवीन जिंदल की माता ने आखिर कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहते हुए परिवार सहित भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। इससे पहले उन्होंने बुधवार देर रात्रि 11:03 पर एक्स (ट्विट पर कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की थी। 84 वर्षीय सावित्री जिंदल भारतवर्ष की सबसे अमीर महिला है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के प्रोटोकॉल के अनुसार वह अब विधानसभा व लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ सकती।

लेकिन वह सक्रिय रूप से भारतीय जनता पार्टी संगठन के लिए काम करती नजर आएंगी। इससे पहले उनके बेटे नवीन जिंदल ने एक नाटकीय तरीके से कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहकर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी। नवीन जिंदल के भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने के आधे घंटे बाद ही उनको कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने लोकसभा का टिकट दे दिया था। वीरवार को हिसार के सुशीला भवन में आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री एवं करनाल लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी मनोहर लाल की मौजूदगी में पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने विधिवत रूप से भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की।

ऐसा रहा है सावित्री जिंदल का राजनीतिक सफर | Hisar News

पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल का जिंदल समूह का विशाल कारोबार संभालती हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 29.6 अरब डॉलर है। वैश्विक स्तर पर दुनिया के अरबपतियों की सूची में सावित्री जिंदल 56वें स्थान पर हैं। सावित्री जिंदल का राजनीतिक करियर ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल ने 10 वर्षों तक हिसार निर्वाचन क्षेत्र से विधायक और हरियाणा सरकार में मंत्री रही हैं। साल 2005 में एक विमान दुर्घटना में उनके पति एवं जिंदल समूह के संस्थापक ओपी जिंदल के निधन के बाद सावित्री जिंदल को हिसार निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के लिए चुना गया था।

वह 2009 में हिसार से एक बार फिर चुनाव जीती। अक्टूबर 2013 में उन्हें हरियाणा सरकार में मंत्री का पद दिया गया। इससे पहले साल 2006 में शहरी स्थानीय निकाय और आवास राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया। हालांकि 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल हिसार से हार का सामना करना पड़ा। तब से लेकर अब तक वह अपने बेटे नवीन जिंदल के साथ सक्रिय राजनीति से दूर रही। अब उन्होंने भाजपा में अपना विश्वास जताया है।

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