भारत माता, वंदे मातरम, शहीद अमर रहे के नारो से गूंज उठा आसमान
शहीद की पत्नी बोली-घर में सबसे छोटी, लेकिन पति ने दे दी सबसे बड़ी पदवी
रोहतक (नवीन मलिक/सच कहूँ)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आंतकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए महम चौबीसी के गाँव बलंभा निवासी संदीप का पूरे राजकीय सम्मान के साथ दांह संस्कार हुआ। शहीद का शव जैसे ही गांव में पहुंचा ग्रामीणों की आंखें नम हो गई और ग्रामीण शहीद संदीप के अमर रहे के नारो से आसमान गूंज उठा। सेना के जवानों ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद संदीप को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। परिजनों का कहना है कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। संदीप ने भारत की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है, जिसे कभी बुलाया नहीं जा सकता।
अंतिम यात्रा में उमड़ा ग्रामीणों का जनसैलाब, नम आँखों से दी श्रद्धांजलि
शुक्रवार सुबह जब शहीद संदीप का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी से गाँव बलंभा पहुंचा तो लोगों का भारी हुजूम संदीप को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड पड़ा। भारी संख्या में आसपास के गांव के ग्रामीण शहीद संदीप को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए रामबाग शमशानघाट में मौजूद रहे। शहीद के बड़े भाई नवीन ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देने से पूर्व सेना के जवानों ने हवाई फायर करने के बाद हथियार झुका कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। वहीं मातमी धुन बजते ही लोगों की आंखें नम हो गई और शहीद संदीप अमर रहे व पाकिस्तान मुदार्बाद के नारों से आसमान गूंज उठा।
माँ बोली- मेरे दो और बेटे, सेना जब चाहे देश के लिए ले जाए, संदीप की शहादत पर गर्व
शहीद संदीप की पत्नी नीरू ने कहा कि उम्र तो छोटी है, लेकिन पति ने देश के लिए शहादत देकर बहुत बड़ी पदवी दे दी है और वो हर जन्म में संदीप को अपना पति चाहती हैं। वहीं शहीद की माँ बाला ने कहा कि उसके दो बेटे ओर हैं, सेना देश के लिए किसी भी समय उसके दो बेटों को ले जाए। उन्हें अपने बेटे संदीप की शहादत पर गर्व है।
संदीप 2012 में सेना में भर्ती हुआ था और महज दो साल पहले उसकी शादी नीरू से हुई थी। संदीप के पार्थिक शरीर को गांव लेकर आए उसकी यूनिट के जवानों ने बताया कि पुलवामा में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ के दौरान संदीप व उसके साथी रोहित यादव मुठभेड़ में शहीद हो गए, जबकि उन्होंने शहीद होने से पूर्व आंतकवादियों का मुकाबला करते हुए जैश मोहम्मद के टॉप कमांडर और सीआरपीएफ कैंप पर हमले के मास्टरमाइंड खालिद भाई सहित छह आतंकवादियों को मार गिराया था।
शहीद संदीप को श्रद्धांजलि देने वालों में सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर, सीओ कर्नल प्रदीप दुग्गल, सुबेदार विनोद, अनिल यादव, एसडीएम रविन्द्र कुमार, डीएसपी सज्जन कुमार,तहसीलदार राजेश लाठर, बीडीपीओ राजकुमार शर्मा, ,बीजेपी नेता अरविन्द शर्मा, शमशेर खरकड़ा, बलराज कुन्डु, आम आदमी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद, जिला सैनिक बोर्ड सचिव कर्नल राजेन्द्र सिंह और हजारों की तादात में युवा व ग्रामीण लोग मौजूद रहे।
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