एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एनसीबी जोनल डायरेक्टर पर लगाया गंभीर आरोप
मुंबई (सच कहूँ न्यूज)। मुंबई क्रूज ड्रग्स केस को लेकर महाराष्टÑ में सियासत तेज हो गई है। वहीं अब महाराष्ट्र के एनसीपी नेता नवाब मलिक और एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच विवाद छिड़ गया है। दरअसल नवाब मलिक ने एक जन्म प्रमाण पत्र शेयर किया था, जिसे उन्होंने समीर वानखेड़े का बताया था।
नवाब मलिक का दावा है कि वानखेड़े मुस्लिम समुदाय से संबंध रखते हैं और उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवा कर सरकारी नौकरी हासिल की। इन आरोपों पर मलिक ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपने आरोपों को सही ठहराया। नवाब मलिक ने कहा कि उन्होंने जो भी प्रमाण पत्र दिखाया है, वो बिल्कु सही है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर उन्हें लगता है कि ये फर्जी है तो वो असली प्रमाण पत्र दिखाएं। इसके साथ ही नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि वानखेड़े ने दलित समुदाय के एक व्यक्ति का हक छीना है।
एनसीबी जोनल डायरेक्टर ने दिया जवाब
इसके बाद एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक के आरोपों पर जवाब दिया था और प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि यह मेरे संज्ञान में आया है कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने आज अपने ट्विटर हैंडल पर मुझसे संबंधित कुछ डॉक्यूमेंट शेयर किए और लिखा, ‘समीर दाऊद वानखेड़े का फ्रॉड यहां से शुरू हुआ।’
उन्होंने आगे कहा, ‘में यह कहना चाहता हूं कि मेरे पिता दयानदेव कचरूजी वानखेड़े 30 जून 2007 को राज्य आबकारी विभाग, पुणे के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के पद से रिटायर हुए थे। मेरे पिता एक हिन्दू हैं और मेरी माँ स्वर्गीय जहीदा एक मुस्लिम थीं। मैं धर्मनिरपेक्ष परिवार से ताल्लुक रखता हूँ और मुझे अपनी विरासत पर गर्व है। मैंने डॉ. शबाना कुरैशी 2006 में स्पेशल मैरेज एक्ट 1954 के तहत शादी की। हम दोनों ने साल 2016 में सिविल कोर्ट के माध्यम से तलाक ले लिया और साल 2017 के अंत में मैंने क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी की।
बचाव में उतरी पत्नी
अब समीर की पत्नी क्रांति रेडकर ने तमाम आरोपों को झूठा बताया है। साथ ही कहा है कि ये सब तरीके समीर को अपने काम से भटकाने के लिए अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो सभी गलत हैं और मेरे ससुर के पास सभी डॉक्यूमेंट हैं। उनके पास बर्थ सर्टिफिकेट और कास्ट सर्टिफिकेट है।
समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने मालदीव घूमने को लेकर भी जवाब दिया और कहा कि हां हम मालदीव गए थे। हम लोग सेविंग करते हैं और इकोनॉमी क्लास में मालदीव गए थे। हमलोग लॉकडाउन में नहीं, बल्कि लॉकडाउन खुलने के बाद और बकायदा सिस्टम से परमिशन लेकर गए थे।
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