सीमा पर 650 किमी लम्बी मानव श्रृंखला बनाकर शहादत को सलाम-मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे

Vasundhara Raje

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे(Vasundhara Raje) ने किया ऐलान

उदयपुर (एजेंसी)। शहीदों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिये स्वतंत्रता दिवस के पूर्व 14 अगस्त को पाकिस्तान की सीमा से सटी राजस्थान की सीमा पर ‘शहादत को सलाम’ का अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया जायगा।राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे(Vasundhara Raje) ने आज जिले के भिंडर में आयोजित आम सभा में कहा कि राजस्थान सरकार पाकिस्तान से सटी बॉर्डर पर स्वतंत्रता दिवस के पूर्व 14 अगस्त को शहादत को सलाम कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसके तहत श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों की पाकिस्तान से सटी बॉर्डर पर करीब 650 किलोमीटर लम्बी मानव श्रृंखला बनाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जायेगी।

सीमा सुरक्षा बल और सेना के सहयोग से आयोजित राज्य सरकार के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भी शामिल होंगी। श्रीमती राजे ने कहा कि देश के इतिहास में राष्ट्र भक्ति की भावना को जन-जन में जागृत करने का यह पहला कार्यक्रम होगा, जिसके माध्यम से अपनी जान की परवाह किये बगैर सीमा पर तैनात जांबाज सपूतों का आभार जताया जायेगा और उनकी हौसला अफजाई की जायेगी।

आज भी शहादत देने वालों में राजस्थान के सपूत सबसे आगे

राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान आयोजित जनसभा में उन्होंने इस कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि आज भी देश की सीमाओं पर राजस्थान के सपूत सीना तानकर देश की रक्षा के लिए सबसे आगे खड़े रहते हैं। आज भी शहादत देने वालों में राजस्थान के सपूत सबसे आगे हैं।

हमारी सरकार सीमा पर तैनात ऐसे जांबाज सैनिकों को इस कार्यक्रम के माध्यम से यह भी संदेश देगी कि देश का बच्चा-बच्चा उनके साथ है। उन्होंने इस कार्यक्रम में अधिकाधिक लोगों को शामिल करने का आह्वान करते हुये कहा कि राजस्थान वीर-वीरांगनाओं की भूमि है।

यहां जब परिवार में वीरगति की खबर आती है तो शहीद के परिजन मातम नहीं मनाते अपितु गर्व के साथ सीना तानकर कहते हैं कि हमारे सपूत ने देश की रक्षा की खातिर शहादत दी है। इतिहास के पन्ने पलट कर देखें तो हमें राजस्थान के वीरों के किस्से पढ़ने को मिलेंगे। जो सिर कटाने के बाद भी लड़ने का माद्दा रखते थे।

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