सरसा (सच कहूँ न्यूज)। भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच गुजरात में पहला वैरिएंट का केस मिला है। यह ओमिक्रॉन का म्यूटेशन है। अमेरिका में यह सबसे तेजी से फैल रहा है। वहीं पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने चिट्ठी के माध्यम से कोरोना से बचने के लिए टिप्स दिए है, आइयें जानतें पूज्य गुरु जी के वचन…
हमारे प्यारे बच्चों, ट्रस्ट प्रबंधक सेवादारों व सेवादारों,
आशिर्वाद। धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा।
हमारे प्यारे करोड़ों बच्चो, आप सबको परम पिता शाह सतनाम जी के अवतार माह की बहुत-बहुत बधाई हो व हर दिन नई-नई खुशियाँ ले कर व आशिर्वाद ले कर आए आप सबके लिए। नए साल की भी आप सबको बहुत-बहुत बधाई व आशिर्वाद। परम पिता प्रमात्मा, आप सबकी जायज माँग पूरी करें जल्द से जल्द।
हमारे दिल के टुकड़े, अखियौं के तारे व जान से भी प्यारे हमारे करोड़ों बच्चों, जब हम यूपी 40 दिन रहे तो आप सबने नशा व बुराईयाँ छुड़वाकर लाखों लोगों को राम नाम से जोड़ा, यह सेवा बहुत ही महान व सर्वश्रेष्ठ है। हम आपके गुरु होने के नाते आपको वचन करते हैं कि जिसने ‘एक’ भाई बहिन का नशा व बुराई छुड़वाने की सेवा की, प्रभु उसे अन्दर-बाहर से सैकड़ों खुशियाँ प्रदान करेंगे। आशिर्वाद। ऐसे ही एमएसजी आईटी विंग व सेवादारों ने अगर एक का भी फोन, सत्संग से जोड़ा, उसे भी प्रभु नई-नई खुशियाँ दे। आशिर्वाद।
हमारे प्यारे बच्चों, सुनने में आ रहा है कि ‘कोरोना’ फिर से सिर उठा रहा है तो आप सब सचेत रहें, मास्क जरूर लगाएं व निंबु, संतरा, मोसमी, आँवला व पनीर का प्रयोग करें व जैसा सरकारें निर्देश दें उनको जरूर मानें। हम ‘सैन्टर सरकार’ को भी बहुत-2 साधुवाद कहते है जो ‘ड्रग’ को कण्ट्रोल करने के लिए कदम उठा रही है। हम व हमारे सारे बच्चे भी उनका ‘ड्रग रोकने’ की मुहिम में पूरा-पूरा साथ देंगे व ‘डेप्थ कम्पेन’ को जोर शोर से आगे बढ़ाते रहेंगे। आप सब बच्चे जो ‘नामचर्चा’ कर रहे हैं अगर उनमें कोई नशा छोड़ने आता है तो हम एमएसजी गुरु रुप में प्रभु से प्रार्थना करके वचन करते है कि नशा छोड़ने वाला ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ नारे का जाप करे ‘तीन परहेजों’ का पालन करे तो नशा छुट जाएगा पर सत्संग होते ही ‘गुरूमन्त्र’ जरूर ले ले।
हमारे प्यारे बच्चो, एक बार फिर हम आपको वचन करते हैं कि हम ही गुरु थे हम ही गुरु हैं व हम ही गुरु एमएसजी रहेंगे। मानवता व सृष्टि की भलाई व साध-संगत के लिए सेवा, सुमिरन व एकता के वचन, (साक्षात देह रुप में) आपके सामने आ कर गुरु रुप में हम ही करेंगे। और कोई आपको कुछ भी कहे आप उनकी बातों में मत आना। बेगर्ज प्रेम, सेवा व अखण्ड ‘नाम का जाप’ जो भी करेंगे, हम एमएसजी गुरु रुप में वचन देते हैं कि प्रभु उनकी सबसे बड़ी जायज माँग व हर जायज माँग जरुर पूरी करेंगे। हम गुरु रुप में यह भी वचन देते हैं कि आप अगर दृढ़ यकीन व तीन वचनों पर पक्के रहेंगे तो प्रभु आपको अन्दर बाहर की रूहानी तन्दरुस्ती देंगे। आशिर्वाद।
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