सरसा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां व आदरणीय ‘रूह दी’ हनीप्रीत इन्सां गत 25 नवंबर को शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा (उत्तर प्रदेश) से ऑनलाइन गुरुकुल के माध्यम से ऑनलाइन रूबरू हुए। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने आमजन द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।
यह भी पढ़ें:– बरनावा रूहानी सफर: पूज्य गुरु जी के वो सुपरहिट कार्य, जिससे दुनिया हुई हैरान
सवाल : ऐसा कहा जाता है कि उत्तर दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए। क्योंकि उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने पर सिर और उत्तर दिशा की सकारात्मक ऊर्जा आपस में प्रतिरोध करते हैं। जो नींद न आने का कारण बनता है।
पूज्य गुरु जी का जवाब : बेटा! ऐसा आपने कहीं पढ़ा होगा। जहां तक हमने पढ़ा है ऐसा कुछ नहीं है। सारी दिशाएं इन्सान ने बनाई हैं, भगवान ने तो पूरी दुनिया की रचना की है, धरती बनाई है। लेकिन हमने जानकारी लेने के लिए कि किधर जा रहे हैं तो उन दिशाओं के नाम रख दिए। दिन रोज आता रहे उसके नाम रख दिए। तो ये हमारे संतों ने या महापुरुषों ने रखे हैं। लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं है कि ऐसा करने से (किसी दिशा में सिर करने से) कुछ होता है। ऊर्जा तो भगवान की चारों तरफ ही चल रही है। तो इसका मतलब है कि आप सिर को कहीं छिपा के रखा करोगे, या टांगे ऊपर करके सोओगे, क्योंकि ऊर्जा तो चारों तरफ है। तो अपना दिमाग तो भगवान की ऊर्जा को ग्रहण करता है। ऊर्जा को निकालता तब है, जब हम इससे काम लेते हैं, जब इसको इस्तेमाल में लाते हैं। जब सोते हैं तो ये ऊर्जा को ग्रहण करता है। तभी बॉडी शरीर की रिपेयर होती है, डीएनए में सब कुछ आता है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।