नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस ने संसद के आगामी सत्र के दौरान प्रश्नकाल न होने के फैसले का कड़ा विरोध किया है और कहा है कि सरकार विपक्षी सदस्यों को मंत्रियों से प्रश्न पूछने का मौका नहीं देना चाहती है। राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने वीरवार को ट्वीट करके अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्ति की है। उन्होंने कहा कि सरकार संसद में प्रश्नकाल इसलिए नहीं होने दे रही है कि वह नहीं चाहती कि विपक्षी सदस्य उनके मंत्रियों से सवाल करें और मंत्रियों को जवाब देना पड़े और जिम्मेदारी निभानी पड़े। उन्होंने कहा कि सरकार ने केवल लिखित प्रश्नों को ही अनुमति दी है।
संसद कोई गुजरात का जिमखाना नहीं है। तृणमूल नेता ने यह भी कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने संसद के बारे में एक टिप्पणी की थी कि यह मोदी और शाह की कंपनी बन गई है और उनकी टिप्पणी आज इस बात से सच साबित हो रही है कि संसद के मानसून सत्र में सवाल नही पूछे जायेंगे। गौरतलब है कि संसद का आगामी सत्र 14 सितम्बर से शुरू हो रहा है। इस दौरान प्रश्नकाल नही होगा।
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