एक स्वर में बोली साध-संगत धन्य है, धन्य है, धन्य है
सच कहूँ/मुकेश, हांसी। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी हर रोज समाज के लिए एक नया उदाहरण पेश करते रहते हैं। इसी कड़ी में हांसी की उत्तम नगर कॉलोनी की रहने वाली माता राजरानी इन्सां ने भी समाज के लिए एक मिसाल कायम की। राजरानी इन्सां की अंतिम इच्छा थी कि उसके शरीर को जलाने की वजह मेडिकल कॉलेज को रिसर्च के लिए दान दे दिया जाए। इसी कड़ी में पिछले दिनों चोला छोड़ने के पश्चात राजरानी इन्सां के शरीर को मेरठ मेडिकल कॉलेज को रिसर्च के लिए दान दिया गया था। राजरानी इन्सां (Body Donor) के निमित्त सोमवार के दिन ब्लॉक स्तरीय नामचर्चा का आयोजन किया गया।
जिसमें हांसी गढ़ी, बरवाला, सिरसा, हिसार, फतेहबाद, उकलाना, नारनौंद आदि से बड़ी तादाद में साध-संगत ने हिस्सा लिया। साध-संगत ने एक स्वर में शरीरदानी (Body Donor) माता राजरानी इन्सां को धन्य है, धन्य है, धन्य है, कहते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। नामचर्चा की शुरूआत शहर भंगीदास गुलशन नागपाल इन्सां ने पवित्र नारा “धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा” के साथ की इसके उपरांत शब्दवाणी के बाद पूज्य गुरु जी के पावन मुखारविंद से फरमाए गए वचनों की सीडी भी साध-संगत को दिखाई गई।
साध-संगत ने बड़ी तन्मयता से पूज्य गुरु जी के पावन वचनों को श्रवण किया और उन पर अमल करने का भी प्रण लिया। तत्पश्चात साध संगत ने 10 मिनट का सुमिरन करते हुए माता राजरानी इन्सां के निमित्त नामचर्चा में सुमिरन किया और कुल मालिक के चरणो में ध्यान देते हुए अपने चरणों में स्थान देने की अरदास की। गौरतलब है कि 45 मेंबर सतीश इन्सां की माता राजरानी इन्सां अपनी पूरी जिंदगी डेरा सच्चा सौदा के सिद्धांतों पर चलते हुए आमजन की सेवा में गुजार दी।
इनके पति प्रेम प्रकाश इन्सां ने भी सेवा कार्यों में जीवन यापन करते हुए मरणोपरांत शरीर दान (Body Donor) किया था। नामचर्चा में शहर भंगीदास रोहतास इन्सां, राजकुमार वर्मा इन्सां, सुभाष वर्मा इन्सां, 45 मेंबर अनिल इन्सां, हेमराज इन्सां सहित बड़ी तादाद में साध-संगत ने शिरकत की।
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