साध-संगत ने नेत्रदानी सुमन इन्सां को दी श्रद्धांजलि

Chandigarh Naamcharcha
नामचर्चा के दौरान भजन बंदगी सुनती हुई साध-संगत।

परिजनों ने 6 जरूरतमंदों को दिया राशन, पक्षियों को पानी के लिए बांटे 65 सकोरे

चंडीगढ़ (सच कहूँ/एम.के. शायना)। ब्लाक चंडीगढ़ सैक्टर 45 निवासी सुमन इन्सां जो बीते दिनों कुल मालिक के चरण कमलों में सचखंड जा बिराजे थे। उनके परिजनों ने रविवार को चंडीगढ़ के नामचर्चा (Naamcharcha)घर में उनके नमित नामचर्चा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। नामचर्चा दौरान सचखंडवासी नेत्रदानी के परिजनोें सहित समूह रिश्तेदारों व स्नेहियों ने नम आंखों से सुमन इन्सां को श्रद्धांजलि भेंट की। ब्लाक प्रेमी सेवक रणबीर इन्सां ने पावन नारा ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ लगाकर नामचर्चा की शुरूआत की। नामचर्चा उपरांत कविराजों ने ग्रन्थों में से शब्दवाणी की।

नामचर्चा (Naamcharcha) में पहुंचे ब्लाक जिम्मेवारों ने श्रद्धांजलि भेंट करते कहा कि नेत्रदानी सुमन इन्सां ने पूज्य गुरू जी से नाम शब्द की अनमोल दात प्राप्त कर अपने परिवार व अन्यों को डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ा। जिम्मेवारों ने कहा कि सुमन इन्सां हमेशा मानवता भलाई के कार्यों में आगे रहते थे। उनका परिवार भी मानवता भलाई के कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेता है।

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नामचर्चा की समाप्ति पर सेवादारों ने डेरा सच्चा सौदा के पवित्र ग्रंथ में से अनमोल वचन पढ़कर सुनाए। नामचर्चा (Chandigarh) उपरांत नेत्रदानी के परिवार द्वारा 6 अति जरूरतमंद परिवारों को राशन बांटा गया व गर्मी के मौसम के मद्देनजर भूख-प्यास से तड़प रहे पक्षियों को दाना-पानी का प्रबंध करते हुए पानी के सकोरे व दानों के पैकेट बांटे। इस उपरांत नेत्रदानी के परिवार द्वारा पक्षियों के लिए 5 घौंसले भी बांटे गए व पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए नेत्रदानी की याद में पौधे भी लगाए। इस मौके उनके पति सतीश शर्मा व समूह परिवार सहित चंडीगढ़ व आसपास की साध-संगत उपस्थित थी। उल्लेखनीय है कि मरणोपरांत सुमन इन्सां के नेत्र सैक्टर-32 चंडीगढ़ के अस्पताल में दान किए गए थे। जो आज दो अंधेरी जिंदगियों को रोशन कर चुके हैं।