कहा, प्रोडक्शन वारंट के खिलाफ लड़ेंगे कानूनी लड़ाई
सरसा। डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधकीय कमेटी के सदस्यों ने कहा कि पंजाब के जिला फरीदकोट में 2015 में घटित बेअदबी की घटनाओं से पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का कोई लेना-देना नहीं है व सभी आरोप बेबुनियाद हैं जो किसी साजिश का परिणाम हैं। साथ ही कमेटी का कहना है कि फरीदकोट की जिला न्यायालय द्वारा पूज्य गुरु जी के खिलाफ जारी किए गए प्रोडक्शन वारंट के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।
प्रबंधकीय कमेटी के सदस्यों ने कहा कि पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पवित्र गुरुबाणी सहित सभी धर्मों व उनके पावन ग्रंथों का आदर-सम्मान करते हैं। कमेटी ने कहा कि जब सन् 2015 में बेअदबी की घटनाएं हुईं थी, तभी पूज्य गुरू जी ने उक्त घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए इसे घोर पाप बताया था। कमेटी ने कहा कि पूज्य गुरू जी के खिलाफ बेअदबी के लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं, क्योंकि पूज्य गुरू जी ने करोड़ों लोगों को सभी धर्मों का आदर सम्मान करने की शिक्षा दी है व आप जी की शिक्षाओं पर चलते हुए विभिन्न धर्मों से संबंधित डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत आपस में सद्भावना व भाईचारे से रहती है।
कमेटी सदस्यों ने कहा कि वास्तव में पंजाब विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, जिस कारण डेरा सच्चा सौदा, पूज्य गुरू जी व डेरा श्रद्धालुओं के खिलाफ तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सबकुछ स्वार्थी नेताओं की सोची-समझी साजिश है, जो डेरा सच्चा सौदा को बिना वजह उलझाना चाहते हैं। कमेटी सदस्यों ने कहा कि इससे पहले भी सीबीआई बेअदबी मामले में डेरा श्रद्धालुओं के हर तरह के वैज्ञानिक टेस्ट करवाकर उन्हें निर्दोष करार दे चुकी है। कमेटी सदस्यों ने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि देश की एक एजेंसी द्वारा क्लीन चिट्ट दिए जाने के बावजूद पूज्य गुरू जी व डेरा श्रद्धालुओं को झूठे मामलों में उलझाना एक राजनीतिक साजिशों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि झूठ के बादल सूरज को छिपा नहीं सकते, सत्य की हमेशा ही जीत होती है। हमें न्यायपालिका पर पूर्ण भरोसा है, झूठ बेनकाब होगा।
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