हिंदी दिवस पर विशेष: हिंदी हमारा गर्व, हिंदुस्तान की शान है हिंदी
यदि हर कोई ऐसा करे तो मुझे लगता है कि हिंदी भाषा का प्रचलन पहले से भी ज्यादा बढ जाएगा। नैन ने कहा कि वे जब भी कविता लिखने बैठती हैं तो हिंदी शब्दों का ही प्रयोग करती हैं।
सचखंड जा विराजे कर्मठ सेवादार श्याम लाल इन्सां
जब भी किसी जरूरतमंद की मदद की बात होती तो वे सर्वप्रथम हाथ आगे बढ़ाते और हर संभव मदद करते।
Humanity: मंदबुद्धि की संभाल कर डेरा श्रद्धालुओं ने भाई को सौंपा
पूज्य गुरु जी के एक आह्वान पर करोड़ों की साध-संगत ने मंदबुद्धि लोगों की संभाल करनी शुरू की। डेरा अनुयायी जब तक इनके परिजनों का पता नहीं लगा लेते तब तक स्वयं उनकी देखभाल करते हैं