कोयले के दाम आसमान पर, ईंट भट्ठा मजदूरों रोजगार का संकट
पिछले साल 9 से 10 हजार प्रति टन बिकने वाला कोयला, अब 23 हजार पहुंचा
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। देश प्रदेशभर में इस साल कोयले के दामों में लगी आग के चलते यह कहना मुमकिन नहीं हो पा रहा कि विकास कार्योें अथवा नवीन घरों के निर्माण में ईंटें भट्ठों से आस...
राजधानी दिल्ली से आर्थिक राजधानी मुंबई तक एक्सप्रेस पर बनेंगे कई हेलीपैड
एयर एम्बुलेंस व आपात स्थिति में उतरेंगे ‘हेलिकॉप्टर’
सभी हेलीपैड को हर राज्य में स्थापित ट्रोमा सेंटर से जोड़ा जाएगा
देश का पहला ऐसा हाइवे होगा, जिसके किनारे होंगे हेलीपैड
सच कहूँ/संजय मेहरा, गुरुग्राम। राजधानी दिल्ली से वाया हरियाण...
1947 के विभाजन का दर्द-बुजुर्गों की जुबानी: ‘पाकिस्तान से भारत आते समय ट्रेन में ही दुनिया से विदा हो गई दादी’
दादी के बीमार होने पर एक महिला को थमाई सोने की गठरी तो वह लेकर हो गई फरार
पाकिस्तान से रवाना हुई ट्रेन को भारत पहुंचने में लगे थे सात दिन
सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा, गुरुग्राम। भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद पाकिस्तान में जो दंगे हुए, उनक...
60 लाख खर्च करने बावजूद अंधेरे में डूबी जाखल की गलियां
डेढ़ साल पहले शहर को जगमग करने के लिए लगाई गई स्ट्रीट लाइटें खराब
सच कहूँ/तरसेम सिंह
जाखल। जाखल शहर को जगमग करने के लिए नगर पालिका द्वारा 60 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी शहर की गलियां अंधेरे में डूबी रहती हैं। एलइडी स्ट्रीट लाइटें अधिकांश जगहों प...
पोर्टल खराबी: प्रथम कट ऑफ में नाम आने वाले छात्र नहीं भर पा रहे फीस
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। कालेजों में प्रथम कट आफ लिस्ट में दाखिला मिलने वाले विद्यार्थी पोर्टल में तकनीकी खराबी के कारण फीस नहीं भर पा रहे हैं। जिसको लेकर विद्यार्थी कालेजों में आफ लाइन फीस जमा करवा रहे हैं। कालेजों में फीस भरने के लिए विद्यार्थियो...
स्पेशल ट्रेनों के नाम पर यात्रियों से वसूला जा रहा है अधिक किराया
कम दूरी की यात्रा पर भी चुकानी पड़ रही है ज्यादा कीमत
कुलदीप गोयल
श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। कोरोना काल की आपदा को अवसर में बदलने और लोगों की जेब ढीली करके उनसे वसूली करने का गुर कोई रेलवे प्रशासन से सीखे। यह बात इसलिए कही जा रही है कि कोरोना काल ...
बंटवारे की कहानी, पीड़ितों की जुबानी : जब ट्रेन से अटारी पहुंचे तो लोगों ने खूब प्यार दिया
बंटवारे के बाद पाकिस्तान से हिंदुस्तान आए बोधराज गम्भीर ने सांझा किये संस्मरण
जालंधर से सोनीपत और फिर पहुंचे गुरुग्राम
सच कहूँ/संजय मेहरा
गुरुग्राम। बंटवारे के समय जितनी यातनाएं लोगों ने झेली। किस तरह से विस्थापित होकर लोगों ने फिर से ख...
सौंदर्यकरण के नाम पर उजाड़ दिया रामसर पार्क
गंदगी और टूटी दीवारें ब्यां कर रही बदहाली
ठेकेदार ने पेमेंट न होने का बहाना बना अधर में छोड़ा काम
सच कहूँ/विकास सिंहमार
सफीदों। नगर के एकमात्र रामसर पार्क को सौंदर्यकरण के नाम पर पूरी तरह से उजाड़कर रख दिया गया है। एक सुंदर पार्क आज एक खण्...
मेरा क्या कसूर! प्रशासन और ग्रामीणों के बीच फंसी ‘प्रदूषण युक्त घग्गर नदी’
घग्गर में गिर रहे गंदे पानी को रोकने गई टीम तो ग्रामीणों ने विरोध कर रूकवाया काम (Polluted Ghaggar River)
सच कहूँ/तरसेम सिंह
जाखल। घग्गर नदी में फैली गंदगी का मुद्दा सच कहूँ में प्रमुखता से उठाने के बाद जब जिला प्रशासन द्वारा नदी में छोड़े जा रहे ग...
रिपेयर के नाम पर उतारी स्ट्रीट लाइटें लगाना भूला नपा प्रशासन
अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब मुख्य बाजार तथा वार्डों में पसरा अंधेरा
सच कहूँ/संदीप सांतरे
बराड़ा। नगर पालिका बराड़ा द्वारा जनता की सुविधा के लिए लगाई गई लाखों रुपए की स्ट्रीट लाइट्स शो पीस बनती जा रही हैं। शहर में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों के मामले में अ...