विश्व स्क्रिजोफ्रेनिया दिवस पर विशेष : गुरुग्राम के 50% लोगों में कमजोरी ही बन गई मानसिक बीमारी
वहीं 50 प्रतिशत लोग मानते हैं कि जो व्यक्ति शारीरिक व मानसिक रुप से अपने को कमजोर मानते हंै वही मानसिक बीमारी है। इसके साथ ही 35 प्रतिशत लोग मानते है कि यह किसी बुरे कर्म का नतीजा है और 43 प्रतिशत मानते हैं कि मानसिक बीमार व्यक्ति किसी भी काम को करने के लिए फिट नहीं है।
हर बच्चे के चेहरे पर मुस्कान लाना बाल कल्याण परिषद् का लक्ष्य: प्रवीण अत्री
फोटो: सरसा01- विजेताओं को सम्मानित करते मुख्यातिथि।