धर्मनगरी में 7 साल में 30 जिंक उर्वरक कंपनियों के लिए 73 सैंपल
Zinc Fertilizer | आरटीआई कार्यकर्ता राकेश कुमार बैंस ने कार्रवाई के नाम महज खानापूर्ति का लगाया आरोप
कुरुक्षेत्र(सच कहूँ/देवीलाल बारना)। कृषि उत्पादों से जुडे (Zinc Fertilizer)एक मामले में आरटीआई में खुलासा हुआ है कि पिछले सात सालों में 30 जिंक बनान...
मॉडल गांव बालू में 14 वर्ष से पेयजल से महरूम है ग्रामीण
( Drinking Water Problem) वर्ष 2006 में पेयजल कनैक्शन जोड़ने के बाद भी नसीब नहीं हुआ पानी
कलायत (सच कहूँ/अमित गुलाटी)। कलायत हलका के मॉडल गांव बालू में करीब 14 वर्ष से पेयजल संकट ( Drinking Water Problem)गहराया है। पानी की बूंद-बूंद को लेकर त्राहि-...
आजादी की लड़ाई के नायक थे ‘महाश्य हुकम चंद’
पुण्यतिथि विशेष | Hukam Chand Chhabra
डबवाली (सच कहूँ/राजमीत इन्सां)। दिवंगत महाश्य हुकम चंद छाबड़ा (Hukam Chand Chhabra)की स्मृति में श्रद्धांजलि समारोह आज 3 मार्च दिन मंगलवार को सुबह 9 बजे उनके बेटे भारत इंद्र छाबड़ा के निवास स्थान नजदीक वाल्मीकि चौ...
जानें, कैसे एक दिव्यांग ने पैरों से अपनी किस्मत लिखना शुरू की
पैरों से हाईस्कूल की परीक्षा पास कर नजीर पेश की
(Story of divyang (divine body)
नई दिल्ली (एजेंसी)। कहावत है कि जिंदगी कभी हार नहीं मानती हैं और यह कभी भी आसानी से हार न मानने की अपील भी करती है, यही जिंदगी की खासियत भी होती है। (Story Of Handicap)...
…वो अलकनंदा सी बही और बनाया अलग मुकाम
आम कच्चे थे तो उनकी सास ने अचार बनाने का सुझाव दिया।
अलकनंदा को अपने ससुर अरूनी कुमार और सास सुभद्रा कुमार का भरपूर सहयोग मिला।
आधुनिकता में खो गई पानी घड़ी , प्राचीनकाल में लोगों को बताती थी समय
तत्पश्चात सुईयों वाली घड़ी सैल से चलने लगी जिसमें चाबी भरने का झंझट ही खत्म हो गया और एक बार सैल डालने के बाद महिनों तक समय देखा जा सकता है।
तमाम खुशियों व रहमतों का भंडार बख्शा शाह सतनाम जी ने
आज की ताज़ा खबर हिंदी में। आप जी ने साध-संगत पर अपना यह महान रहमो करम फरमाया है। बाकि आप जी लगभग पन्द्रह महीने बराबर साथ भी रहे। गुरगद्दी के बारे क्यों, किन्तु, परन्तु आदि किसी तरह की भी शंका की कोई गुंजाईश नहीं रखी थी। ऐसे महान परोपकारी सतगुरु परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के परोपकारों को साध-संगत कभी भी भुला नही सकती।
संगरूर : बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा हलका लहरागागा
शहर निवासियों को यहाँ अस्पताल एमरजैंसी डाक्टर न होने के कारण भी बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई बार एमरजैंसी डॉक्टरों के न होने के कारण कई हादसे हुए और मौके पर मरीज को कोई सुविधा न मिलने कारण कई मरीजों ने अपनी जान भी गवाई है।
भ्रष्टाचार पर चिंतित सीएम खट्टर, खुद का जिला ही भ्रष्टाचार में दूसरे नंबर पर
यहां पर सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात यह है कि पिछले 5 सालों में 250 मामलों में से 73 मामले रद कर दिए गए और 11 मामले अनट्रेस दिखाए गए हैं। Aaj Ki Taza Khabar in Hindi.
खबरें जरा हटकें: भारत का एक ऐसा गांव जो रातों रात बन गया करोड़पति
बोमजा गांव के लोग पहले देश के आम गांव वालों की तरह ही जीवन जीते थे, लेकिन इस गांव को अब सरकार ने मालामाल कर दिया है। सरकार ने इस गांव के किसानों की जमीन को खरीद ली थी। Aaj Ki Taza Khabar in Hindi.