सच कहूँ/विजय शर्मा
सरसा। ‘सच कहूँ’ आपके परिवार, आपके समाज और देश में एक ऐसी भूमिका निभा रहा है जो आज रूहानियत, मानवता और लोकतंत्र की सच्ची आवाज बन चुका है। समाज को सही दिशा मिले और मानवता व इंसानियत का दीप हर घर में जले इसको लेकर ही डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने 11 जून 2002 को ‘सच कहूँ’ का पौधा लगाया था। जो पूज्य गुरु जी रहमत और पावन आर्शीवाद से एक विशाल वट वृक्ष बन चुका है। सच कहूँ के इस वृक्ष को ओर मजबूत बनाने व हर घर तक ‘सच कहूँ’ पहुंचाने के एक बार फिर सच कहूँ की समस्त टीम, विभिन्न राज्यों के 45 मैंबर कमेटी, 25 मैंबर, विभिन्न ब्लॉकों के जिम्मेवार व 15 मैंबरों ने दृढ़ संकल्प दोहराया। सच कहूँ मुख्य कार्यालय में ‘छमाही लक्की ड्रा’ कार्यक्रम के दौरान हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल के 45 मैंबर कमेटी के सदस्यों ने एकजुटता के साथ कहा कि वे ‘सच कहूँ’ को हर घर तक पहुंचाने में पूरा सहयोग देंगे ताकि समाज में मानवता भलाई व रूहानियत का करवां ओर तेजी से बढ़े।
कठिन परिस्थितियों में बुलंद हौंसलों के साथ आगे बढ़ा ‘सच कहूँ’
2017 के बाद ‘सच कहूँ’ को कर्इं कठिन परिस्थितियों का सामना करना पढ़ा। लेकिन ‘सच कहूँ’ डगमगाया नहीं। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमत से फिर से बुलंद हौंसलों के साथ आगे बढ़ा। ‘सच’ की दिशा में चलते हुए सच कहूँ ने अपने पाठकों तक ‘सच्चाई’ को पहुंचाया। सच कहूँ ‘सच’ की सेवा में निरंतर आगे बढ़ रहा है और हम विश्वास दिलाते हैं ‘सच कहूँ’ को सबके सहयोग से ओर आगे तक बढ़ाएंगे, हर घर तक ‘सच कहूँ’ को पहुंचाएंगे।
राकेश बजाज, 45 मैंबर, हरियाणा।
‘सच कहूँ’ ने झूठ के प्रचार को रोका, असल सच्चाई पाठकों तक पहुंचाई
आज बड़ी खुशी हो रही है कि सच कहूँ निरंतर बुलंदियों की ओर बढ़ रहा है। ये सब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमत हैं। मुझे याद है 2017 के बाद जब बाहारी मीडिया डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ झूठ का प्रचार व प्रसार कर रहा था तब ‘सच कहूँ’ ही था जिसने पाठकों तक असल सच्चाई को पहुंचाया। ये ऐतिहासिक अखबार है, जिसने इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है। मैं खुशनसीब समझता हूँ उन लोगों को जो ‘सच कहूँ’ के साथ जुड़े हैं। सच कहूँ में अपनी सेवाएं दे रहें हैं।
सहदेव इन्सां, 45 मैंबर, हरियाणा।
‘‘बेटा! जिस घर में सच कहूँ होगा, उस घर में बच्चे कभी बिगड़ेंगे नहीं’’
मैं पूज्य गुरु जी आभार जताता हूँ कि उन्होंने ‘सच कहूँ’ के रूप में हमें रूहानियत का तोहफा बख्शा। सच कहूँ ने लाखों पाठकों की जिन्दगी बदली है। मुझे याद है जब मुंबई में एक बार पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने ये पावन वचन फरमाये थे कि ‘‘बेटा! जिस घर में सच कहूँ होगा, उस घर में बच्चे कभी बिगड़ेंगे नहीं’’। ये सत्य है। सच कहूँ में अश्लीलता नहीं आती, बल्कि रूहानियत व मानवता की शिक्षा का संदेश आता है। जिसेपढ़कर आपके बच्चे बुराइयों से बचते हैं और इंसानियत व मानवता की शिक्षा ग्रहण करते हैं।
विजय इन्सां, 45 मैंबर हरियाणा।
सच कहूँ के गुणों का वर्णन करना मेरे शब्दकोष से बाहर
सच कहूँ एक धरोहर है, जो सच्चे सतगुुरु जी का दिया हुआ अनमोल खजाना है, जिसके गुणों का वर्णन करना मेरे शब्दकोष से बाहर है। जब-जब झूठ का प्रचार हुआ या साध-संगत को गुमराह किया गया, तब-तब ‘सच कहूँ’ ने ही अफवाहों का खंडन छाप ‘सच’ का प्रचार किया है। पूज्य गुरु जी की पावन दया मेहर से ‘सच कहूँ’ इंसानियत व मानवता भलाई कार्यों का समाज में प्रचार व प्रसार कर रहा है। सच कहूँ का हमेशा यही उद्देश्य रहा है कि समाज से बुराइयों को खात्मा कर मानवता भलाई कार्यों को बढ़ावा दिया जाए।
-हरचरण इन्सां, 45 मैंबर, पंजाब
आज सच कहूँ प्रिंट मीडिया के साथ सोशल प्लेटफॉम पर भी उपलब्ध
आज सच कहूँ प्रिंट मीडिया के साथ सोशल प्लेटफॉम पर भी उपलब्ध है। जितने पाठक हमारे प्रिंट मीडिया में है उससे दोगुणा पाठक हमारे सोशल मीडिया पर हैं। मैं 45 मैंबर कमेटी व समस्त जिम्मेवारों से विनीत करना चाहता हूँ कि जिन ब्लॉकों तक सच कहूँ नहीं पहुंच पाता, या जो दूर की साध-संगत है जैसे महाराष्टÑ, मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, नेपाल इन राज्यों में जब जिम्मेवार जाते हैं तो साध-संगत को सच कहूँ ई-पेपर के बारे जरूर बतायें ताकि वो भी ‘सच कहूँ’ पढ़ सकें । सोशल मीडिया प्लेटफॉम पर भी सच कहूँ यूट्यूब हिन्दी और पंजाबी चैनल को सब्सक्राइब करवाया जाए। इन सबका मकसद सिर्फ एक ही है, सच कहूँ, सच्ची शिक्षा, पवित्र ग्रंथ, दरबार का जो भी सूचना माध्यम है वो हर घर तक पहुंचे।
-प्रकाश सिंह इन्सां, मुख्य संपादक।
दिन दोगुनी व रात चौगुनी उन्नति हासिल है और आगे भी करेगा
कोरोना काल में अन्य समाचार पत्रों व न्यूज चैनल को कड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पत्रकारों, लेखकों पर रोजगार के संकट पैदा हो गए। लेकिन पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमत से सच कहूँ ने इस दौरान भी पाठकों के बीच प्रचार प्रसार कायम रखा। सच कहूँ ने अपने पाठकों, सच कहूँ टीम, पत्रकारों, एजेंसी होल्डरों व समस्त सेवादारों के सहयोग से दिन दोगुनी व रात चौगुनी उन्नति हासिल है और आगे भी करेगा।
तिलकराज इन्सां, संपादक, पंजाबी।
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