रूसी सैनिकों के हमले में शुक्रवार की सुबह परमाणु संयंत्र में आग
- युद्धविराम बेहद महत्वपूर्ण: बोरिस जॉनसन
कीव (एजेंसी)। यूक्रेन के जापोरिज्ज्या परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमले के बाद राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को यूरोप से कदम उठाने का आग्रह किया तथा उन्होंने कहा कि रूस ‘परमाणु आतंकवाद’ करने वाला एक ‘आतंकवादी राज्य’ है। उन्होंने कहा,”यूरोप को अब जागना चाहिए। यूरोप के सबसे बड़े परमाणु केंद्र में आग लगी हुई है। अभी रूसी टैंक परमाणु इकाइयों पर गोलाबारी कर रहे हैं।’ राष्ट्रपति ने कहा,”मैं सभी यूक्रेनियन और सभी यूरोपीय लोगों को संबोधित करता हूं, जो चेर्नोबिल शब्द जानते हैं, जो जानते हैं कि परमाणु स्टेशन पर विस्फोट के कारण कितनी क्षति हुई थी। यह एक वैश्विक आपदा थी। रूस इसे दोहराना चाहता है लेकिन छह गुना कठिन है।” उन्होंने कहा कि हम सभी को चेतावनी देते हैं कि किसी भी देश ने कभी भी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर गोलाबारी नहीं की। मानव जाति के इतिहास में पहली बार आतंकवादी राज्य परमाणु आतंकवाद करता है। वहीं रूस ने यूक्रेन के अधिकतर शहरों पर कब्जा कर लिया है।
रूसी प्रचारकों ने दुनिया को परमाणु राख से ढकने की धमकी दी
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा,”रूसी प्रचारकों ने दुनिया को परमाणु राख से ढकने की धमकी दी। अब यह कोई खतरा नहीं है बल्कि यह एक वास्तविकता है।’ उन्होंने कहा,”हमें रूसी सैनिकों को रोकना चाहिए। अपने नेताओं को बताएं कि यूक्रेन 15 परमाणु इकाइयां हैं। अगर कोई विस्फोट होगा, तो यह हम सभी का अंत होगा, यूरोप का अंत। केवल यूरोप की तत्काल कार्रवाई से यह रुक सकती है।’ उल्लेखनीय है कि रूसी सैनिकों के हमले में शुक्रवार की तड़के परमाणु संयंत्र में आग लग गई।
जापोरिज्जिया हमले पर ब्रिटेन बुलायेगा सुरक्षा परिषद की बैठक
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ फोन वार्ता कर जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक बुलाने का वादा किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ‘द डाउनिंग स्ट्रीट’ ने इसकी पुष्टि की। इससे पहले जापोरिज्जिया संयंत्र में रूसी हमले के कारण आग लग गई थी, हालांकि यूक्रेनी राज्य आपातकालीन सेवा ने बाद में कहा था कि आग को संयंत्र के बाहर ही बुझा लिया गया है और उसकी एक इकाई को बंद भी कर दिया गया है। डाउनिंग स्ट्रीट ने बयान जारी कर कहा, “प्रधानमंत्री ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से आज सुबह बात करते हुए जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर चिंता व्यक्त की है। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की है कि रूस को संयंत्र पर तुरंत हमला रोक कर आपातकालीन सेवाओं के लिए रास्ता बनाना चाहिए।”
बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अगले कुछ घंटों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक की सिफारिश करेंगे। ब्रिटेन इस मुद्दे को रूस और अन्य सहयोगियों के सामने उठाएगा। दोनों नेताओं का मानना है कि युद्धविराम बेहद महत्वपूर्ण है।”
जापोरिज्जिया के रेडिएशन स्तर में कोई बदलाव नहीं: आईएईए
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने शुक्रवार को कहा कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा प्लांट के विकिरण (रेडिएशन) स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है। एजेंसी ने ट्वीट किया,”यूक्रेन के परमाणु नियामक ने आईएईए को बताया कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा प्लांट के विकिरण स्तर में कोई बदलाव नहीं देखा गया है।” यूक्रेन की स्टेट इमरजेंसी सर्विस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि प्लांट की स्थिति सामान्य है। जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रवक्ता एंड्री तुज के अनुसार, गोलाबारी फिलहाल रुक गई है, लेकिन स्थिति बेहद अनिश्चित है।
खारकिव में 3,000 से अधिक भारतीय विद्यार्थी बनाए गए बंधक: पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन के ‘नव-नाजिÞयों’ ने खारकिव में रेलवे स्टेशन पर 3,000 से अधिक भारतीय विद्यार्थियों को बंधक बना लिया है और उन्हें यहीं स्टेशन पर रखा गया है। हालांकि भारत ने कहा है कि उन्हें विद्यार्थियों को बंधक बनाए जाने के बारे में ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है। पुतिन ने रूसी सुरक्षा परिषद को बताया कि यूक्रेन के ‘नव नाजी’ विदेशी छात्रों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्होंने पूर्वी यूक्रेन के सूमी में भी 576 भारतीयों को रोक रखा है।
पुतिन ने यह भी कहा कि इनके द्वारा उन चीनी विद्यार्थियों पर भी गोलियां चलाई गई है, जो खारकिव छोड़ना चाह रहे थे। इनमें से दो घायल हुए हैं। पुतिन ने कहा, ”वे विदेशी नागरिकों, युवाओं और यूक्रेन के कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले हजारों विद्यार्थियों को बंधक बना रहे हैं। उन्होंने खारकिव में रेलवे स्टेशन पर तीन हजार से अधिक भारतीय नागरिकों को एक दिन से अधिक समय से बंधक बना रखा है, जिनमें सूमी शहर में बंधक बनाए गए 576 लोग भी शामिल हैं।”
यूक्रेन में मिसाइल नहीं भेजेगा नाटो: जर्मनी
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने गुरुवार को कहा कि नाटो की यूक्रेन में मिसाइल तैनात करने की कभी कोई योजना नहीं थी। स्कोल्ज ने गुरुवार देर रात जेडडीएफ ब्रॉडकास्टर को बताया,”वह (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) यूक्रेन में मिसाइलों को तैनात करने की नाटो की योजना को लेकर चिंतित थे, जो मॉस्को को निशाना बना सकती थीं लेकिन किसी की भी ऐसी योजना नहीं थी।” जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा कि यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने का निर्णय सही कदम है। उन्होंने कहा, “यूक्रेन पर (रूसी) हमले के कारण हम इस फैसले को सही मानते हैं।”
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