संचारी रोगों की रोकथाम को चलाएं सघन चेकिंग अभियान:विक्रमादित्य सिंह मलिक 

Vikramaditya-Singh-Malik
  •  संचारी रोगों से बचाव के लिए स्कूलों में “क्या करें-क्या न करें'” का संदेश प्रार्थना के समय जरूर पढ़ें

गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह )।  दिल्ली से सटे गाजियाबाद के जिला मुख्यालय पर गाजियाबाद सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा की और दस्तक अभियान की तैयारियों का जायजा भी लिया। उन्होंने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त शासकीय व प्राइवेट विद्यालयों में बच्चों को संचारी रोगों से रोकथाम के लिए जागरूक किया।
सीडीओ विक्रमादित्य ने कहा कि संचारी रोगों की रोकथाम के लिए संघन चेकिंग अभियान चलाएं और जिन घरों में लार्वा पाया जाए उन घरों पर चालान काटने की कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि 17 से 30 अप्रैल तक चलने वाले दस्तक अभियान में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस के रोगियों, क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों की सूची तो बनाएंगी ही, इसके साथ वह लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें। साथ ही यह भी जरूर सुनिश्चित करें कि बुखार होने पर खुद से कोई इलाज न करें। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बुखार की जांच कराएं।

सीडीओ ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वह कार्ययोजना के अनुसार गतिविधियों को संपन्न  करें। शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि संचारी रोगों से बचाव के लिये ‘क्या करें-क्या न करें’  के संदेश विद्यालयों में प्रार्थना के समय पढ़ें। मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी विभाग बैठक में वास्तविक डेटा लेकर उपस्थित हो। उन्होंने निर्देश दिए कि संचारी रोगों की रोकथाम में ग्राम प्रधानों से भी सहयोग लिया जाए। इसके बाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 मिथिलेश सिंह से फागिंग व एंटी लार्वा के संबंध में जानकारी मांगी गई।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि नगर निगम जोन वार फागिंग व एंटी लार्वा छिड़काव कराया जा रहा है एवं कूड़ा गाड़ियों द्वारा पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में सभी वार्डों में जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जा रहा है। सीडीओ ने  बताया   कि संचारी रोगों की रोकथाम के लिए घर- घर लार्वा चेकिंग का अभियान चलाना सुनिश्चित किया  जाए और जिन घरों में लार्वा पाया जाए उन पर जुर्माना लगाया जाए।
सीडीओ विक्रमादित्य ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनें व मच्छररोधी क्रीम लगाएं। क्वायल या रेपलेंट का उपयोग करें, रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं।

घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली का प्रयोग करें। घर और उसके आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें। डेंगू का मच्छर साफ ठहरे पानी में पनपता है, जैसे कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों व पशुओं के पीने के पानी के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन, टायर, डिस्पोजेबल बर्तन, गिलास आदि। इसलिए इन जगहों पर पानी नियमित रूप से बदलते रहें। यदि पानी इकट्ठा है तो वहाँ पर जला हुआ मोबिल ऑयल  या मिट्टी का तेल डाल दें। पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों को ढककर रखें, प्रत्येक सप्ताह कूलर को खाली करके सूखा करके ही उपयोग में लाएं। बुखार आने पर खुद से कोई इलाज न करें। निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर प्रशिक्षित चिकित्सक से ही जांच और इलाज समय से कराएं।

बैठक में यह अधिकारी रहे मौजूद

इस मौके पर सीएमओ  डॉ भवतोष शंखधर, डीएसओ डॉ आरके गुप्ता, डीएमओ डॉ जीके मिश्रा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय, बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद मिश्रा, डिप्टी सीएमओ डॉ नीरज अग्रवाल, समस्त एमओआईसी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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