कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। आरटीए विभाग (RTA Department) ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को राहत देते हुए 11 रूटों पर 186 परमिट जारी किए हैं। इससे अब बंद पड़ी बसों का जल्द संचालन किया जा सकेगा। गौरतलब है कि कैथल से कलायत और चीका से ग्रामीण रूटों पर बसों का संचालन होता है। वहीँ निजी बसों को परमिट देने के बाद अब रोडवेज कर्मी सरकार के खिलाफ मुखर हुए हैं। उनका कहना है कि सरकार बिना किसी की मांग के रोडवेज विभाग में प्राइवेट बस परमिट देने जा रही हैं। जबकि प्रदेश भर की आम जनता की ओर से पंचायतों के माध्यम से व हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से सरकार से सरकारी बसों की मांग लगातार कर रही हैं। अब विभाग ने 11 रूटों पर परमिट दे दिया है। इस समय कैथल डिपो में 200 से अधिक बसों की संख्या हो चुकी है। पूरे जिले में 11 रूटों पर 186 परमिट दे दिए हैं। Kaithal News
बस में सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब बसों के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। गांव से शहर तक समय पर अपने घर से आ जा सकेंगे। परिवहन विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसमें कैथल जिले से 186 निजी बसों को परमिट दिए जाएंगे। परमिट देने से पहले अब बस चलाने वाले इच्छुक निजी बस संचालकों से एप्लीकेशन ली जाएंगी। उसके बाद संचालकों के परमिट जारी होंगे। बता दें कि इससे पहले परिवहन विभाग ने निजी 120 बसों को परमिट दिए हुए हैं, जिन पर बसों का संचालन हो रहा है। अब पहले से 66 परमिट अतिरिक्त दिए जाएंगे। आर.टी.ए विभाग की तरफ से पहले निजी बस संचालकों से रूटों बारे सुझाव मांगे गए थे, ताकि सुझाव के अनुसार ही रूट तय किए जाए। Kaithal News
विदित रहे कि जिलेभर के दर्जनभर गांव में दोपहर के समय बस सेवा उपलब्ध नहीं है। जिस कारण उन लोगों को जिप, ऑटों पर लटकर अपने- अपने गंतव्य पर आना- जाना पड़ रहा है। इससे जहां उनकी जेब ढीली हो रही है और समय भी ज्यादा खराब करना पड़ता है। निजी वाहन चालक अपनी मनमर्जी का किराया भी वसूल रहे हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं जिला के दर्जनभर गांव में रोडवेज की बसें सुबह व शाम के समय ही चक्कर लगाती है। बाद में ये बसें लंबें रूटों पर चली जाती है। इस कारण ग्रामीणों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। क्योंकि दिन में उन्हें कोई बसें उपलब्ध नहीं होती है। गांव से शहर लोग दिन के समय भी बहुत काम करवाने के लिए आते हैं। ऐसे में अब कई- कई घंटे यात्रियों को स्टॉपिजों पर निजी वाहनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। परमिट के अनुसार समय पर अब बसें आ जा सकें गी।
ऑटों से मिलेगा छुटकारा: सुदेश | Kaithal News
रोहेड़ा निवासी सुदेश ने बताया कि उनके गांव से किठाना तक ऑटो में आना जाना पड़ता है। सुबह के समय रोडवेज की एक बस आती है। उसके बाद कोई बस नहीं आती है। जिस कारण आने- जाने में परेशानी होती है। गांव में से बसें आने के बाद वे समय से अपना गंतव्य पूरा कर सकेंगी।
घंटों स्टॉपिजों पर नहीं खड़ा होना पड़ेगा: रामनिवास
यात्री रामनिवास ने बताया कि बसों की कमी के कारण निजी वाहनों में सफर तय करना पड़ रहा है। प्राइवेट बसें चलने के बाद कुछ राहत मिलेगी। गांव से कस्बों में आने के लिए घंटों स्टॉपिजों पर नहीं खड़ा होना पड़ेगा।
परिवहन विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी हुआ है। नोटिफिकेशन के अनुसार अब आगामी कार्रवाई की जाएंगी। परमिट देने से पहले अब बस चलाने वाले इच्छुक निजी बस संचालकों से एप्लीकेशन ली जाएंगी। उसके बाद परमिट जारी होंगे।
गिरिश चावला, आर.टी. ए कैथल
रुट परमिट
- कैथल से असंध वाया तितरम मोड़, जखौली, राजौंद – 22
- राजौंद से पेहवा वाया पाई, पुन्डरी, फरल, ढाण्ड, बटेड़ी – 14
- खरकां से पेहवा वाया अगोंध, गुहला, चीका, भागल – 20
- कैथल से चीका वाया सीवन, कांगथली, पीडल – 28
- पुन्डरी से करनाल वाया बरसाना, हाबड़, निसिंग – 08
- कैथल से निसिंग वाया पुन्डरी – 18
- पुन्डरी से कुरूक्षेत्र वाया फरल, ढाण्ड – 16
- कैथल से नरवाना वाया तितरम मोड़, कलायत, ढाकल – 14
- ढाण्ड से करनाल वाया कौल, सीतामाई, काछवा – 12
- कैथल से टोहाना वाया पाड़ला, धनौरी, गढ़ी, पीपलथा, धमतान साहिब, कालवन – 14
- कैथल से नंगूरा वाया तितरम मोड़, किठाना – 20
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