Tomato Price Hike: इस बार टमाटर (Tomato) के दाम सौ रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गए हैं। कभी प्याज को ये रुतबा हासिल था। जो न केवल आम लोगों की आंखों में आंसू ला देता था बल्कि सरकार गिराने-बनाने के खेल में शामिल रहता था। बहरहाल, पूरे भारत में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे देश भर के लाखों परिवार प्रभावित हो रहे हैं। अनियमित मौसम के मिजाज ने इस साल सिर्फ टमाटर ही नहीं बल्कि कई फसलों के उत्पादन पर असर डाला है, जिससे फल और सब्जियां महंगी हो गई हैं। Tomato Price
निस्संदेह, हरियाणा-पंजाब आदि इलाकों में टमाटर की महंगाई की वजह यह बतायी जा रही है कि स्थानीय टमाटर की फसल खत्म हो चुकी है और अन्य राज्यों से आने वाली नई फसल की आमद नहीं हो पाई है। लेकिन मानसून में पहले कभी टमाटर के दामों में ऐसी आग कभी नहीं लगी। किसानों के मुताबिक, आवक कम होने से टमाटर के दाम बढ़े हैं। कुछ महीने पहले टमाटर का उत्पादन मांग से ज्यादा था। इसलिए टमाटर इतना सस्ता हो गया।
अब बेमौसम बारिश के कारण टमाटर का उत्पादन कम हो गया है, जिससे बाजार में टमाटर की आवक कम हो गई है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से टमाटर की करीब 50 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। निस्संदेह, कुछ अन्य कारण भी इस अप्रत्याशित महंगाई के मूल में हैं। निस्संदेह, टमाटर आदि कुछ सब्जियां ऐसी हैं, जिनका भंडारण देर तक संभव नहीं है। जल्दी फसल तैयार होती है और जल्दी खत्म भी हो जाती है। लेकिन अदरक, लहसुन व प्याज का मुनाफाखोरों के गोदामों में भंडारण कुछ समय तक रह सकता है। Tomato Price Hike
मौसम ऐसा है कि टमाटर ही नहीं, अन्य सब्जियों के दाम में भी बढ़ते जा रहे हैं। तमिलनाडु में तो सरकार टमाटर को उचित कीमत पर बेचने के लिए प्रयासरत है। आगामी दिनों में सभी सरकारों को सजग रहना होगा, ताकि टमाटर के भाव अतार्किक रूप से बढ़ न पाएं। कारोबारी यह संकेत दे रहे हैं कि आने वाले दिनों में टमाटर की उपलब्धता कम रह सकती है और कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है।
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