अमीर लोग भी नहीं त्याग रहे ‘मुफ़्त बिजली’ का मोह

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अनदेखी: कैप्टन की अपील के बाद भी नहीं छोड़ी मोटरों पर दी जा रही सब्सिडी

  • विधायक सुखपाल खैहरा ने 2 साल पहले ही छोड़ दी थी 9 मोटरों पर सब्सिडी

पटियाला(खुशवीर तूर)। मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से आर्थिक तौर पर सम्पन लोगों को ट्यूबवैल कनेक्शनों पर प्रदेश सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी छोड़ने की की गई अपील भी कोई प्रभाव नहीं दिखा सकी। प्रदेश के बड़े राजनैतिक घरानों की ओर से मोटरों के लिए मिल रही मुफ़्त बिजली का मोह नहीं छोड़ा गया।

पॉवरकाम के मुख्य दफ़्तर में मुफ़्त बिजली छोड़ने की अभी दो व्यक्तियों की अर्जियां ही पहुंची हैं। जानकारी के अनुसार प्रदेश मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से बीते विधान सभा सैशन दौरान आर्थिक तौर पर सम्पन्न और उच्च घरानों से अपील की गई थी कि सरकार की ओर से ट्यूबवैलों के लिए मुफ़्त बिजली के लिए दी जा रही सब्सिडी का त्याग करें।

पंजाब के किसानों को मोटरों पर दी जा रही सब्सिडी की राशि एक साल में में 8 हजार करोड़ को पार कर जाती है, जो कि सरकार की ओर से अदा की जाती है। इस बोझ को घटाने के लिए ही कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से अमीर लोगों को अपनी मोटरों की सब्सिडी छोड़ने की अपील की गई थी।

अब तक सिर्फ दो व्यक्तियों ने ही किया सब्सिडी छोड़ने का ऐलान 

पॉवरकाम के मुख्य कार्यालय से एकत्रित किए विवरणों के अनुसार सिर्फ 10 मोटरों पर ही सब्सिडी छोड़ी गई है। इन 10 मोटर वालों में से आम आदमी पार्टी के भुलत्थ से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा की झंडी है, जिस की ओर से अपनी 9 मोटरों की सब्सिडी छोड़ी गई है।

इसके अलावा कुछ दिन पहले महेन्दरा कॉलेज के प्रिंसिपल सुखबीर सिंह थ्ािंद की ओर से अपनी मोटर की सब्सिडी छोड़ी गई है। उनके खेत में 20 हॉर्स पॉवर की मोटर लगी है। सुखपाल खैहरा की ओर से लगभग दो साल पहले से ही अपनी मोटरों से सब्सिडी छोड़ने का फैसला लिया गया था।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार से संबंधित मंत्रियों व अन्य विधायकों की ओर से अभी सब्सिडी छोड़ने संबंधी पॉवरकाम में लिखित तौर पर कोई अर्जी पत्र नहीं सौंपा गया। वैसे चाहे पता लगा है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की ओर से मौखिक तौर पर सब्सिडी छोड़ने का ऐलान किया गया है, परंतु पॉवरकाम में इस बारे में लिखित तौर पर कोई अर्जी पत्र नहीं पहुंचा है।

सीएम ने कभी सब्सिडी प्राप्त नहीं की: ओएसडी

इस बारे में जब मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के ओएसडी हनी सेखों के साथ बात की गई तो उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से कभी भी सब्सिडी हासिल नहीं की गई। जब उनसे पूछा कि पॉवरकाम के पास इस संबंधी कोई विवरण दर्ज नहीं है, तो उन्होंने कहा कि इस बारे तो पॉवरकाम ही बता सकता है।

आगामी दिनों में देंगे जानकारी: डॉयरेक्टर

सब्सिड़ी के मुद्दे बाबत जब पॉवरकाम के डॉयरेक्टर डिस्टीब्यूशन श्री एनके शर्मा से पूछा गया कि राजसी नेताओं या उच्च घरानों की ओर से कितनी मोटरों की सब्सिड़ी छोड़ी गई है तो उन्होंने बताया कि इस संबंधी ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि निचले दफ़्तरों से उनके पास अर्जियां पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि वह अगले दिनों में इस सम्बन्धित पूरी जानकारी लेंगे।

अपील के बावजूद नहीं छोड़ी सब्सिड़ी

इस मौके उन्होंने पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल को भी अपील की थी कि वह भी अपनी, मोटरों से सब्सिडी त्यागें, परन्तु पॉवरकाम के आंकड़ों से अनुसार न ही बादल परिवार, न मजीठिया परिवार और न ही कांग्रेस पार्टी से संबंधित किसी बड़े नेताओं और उच्च घरानों की ओर से सब्सिडी छोड़ी गई है। यहां तक कि इन राजनीतिक परिवारों की मोटरों की संख्या सबसे अधिक है जो कि मुफ़्त बिजली का आनंद ले रहे हैं।

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