-हमें आज तक, नहीं मिला अज्ञात सूत्र नाम का प्रणी….
-गुरु के समतुल्य किसी को समझना, अपनी आशिकी को बे-इंतहा दाग लगवाना है
बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने रविवार को
उत्तर प्रदेश के जिला बागपत स्थित शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा से देश-विदेश की साध-संगत ने आनलाइन गुरुकुल के माध्यम रूबरू हुए। इस दौरान पूज्य गुरु जी मीडिया के चौथे स्तंभ को आईना दिखाते हुए फरमाया कि हमने कितनी चिट्टियों में एक बात लिखी, आपने सुनी है, पढ़ी है, कि गुरु हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे। सौ प्रतिशत, हजार प्रतिशत, लाख प्रतिशत, लाखों बार कहलवा लो, हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे। पता नहीं क्या खाज उठती है, कुछ दिन बाद फिर उठ जाती है, फिर खाज उठती है, फिर शुरू हो जाते हैं, हमें सूत्रों से पता चला है, ये सूत्र नहीं मिले हमें आज तक, कहां रहते हैं ये सूत्र नाम का प्रणी, हमने ढूंढा काफी, ये अज्ञात सूत्र होता कहां है, कितना कमाल है ना कि सिर्फ लिखना ही है अज्ञात सूत्रों से, बुरा न मानना भाई, हमारा चौथा स्तंभ।
लाखों बार कहलवा लो, हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हम आपको कोई बुरा नहीं कहना चाहते। पर ये क्या हैं, हमने इतनी चिट्ठियों में भी लिख दिया, अपनी हैड राइटिंग में भी, और आज बोल दिया कि लाखों बार कहलवा लो, हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे। और हमने अपनी साध-संगत को भी पिछली बार ये ही बात समझाई थी, ये ही कसम दिलाई थी कि गुरु के समतुल्य किसी को समझना, अपनी आशिकी को बे-इंतहा दाग लगवाना है और इन बच्चों ने हमें तोहफा दिया था कि अपने गुरु पर सौ प्रतिशत पर दृढ़ यकीन करेंगे और उसके बराबर किसी को नहीं समझेंगे।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।
Tu hi tu mere MSG papa ji