- धरनारत रेजीडेंटों ने कैंडल जलाकर जताया विरोध
- रिवर हाइट्स के रेजीडेंटों की मांग:सोसायटी में पीएफए प्रतिबंधित हो और रेजीडेंटों पर लगे मुकदमे वापस हो
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविन्द्र सिंह)। राजधानी दिल्ली से सटे पुलिस कमिशनरेट गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र की रिवर हाइट्स सोसायटी में आवारा कुत्तों को लेकर हुए विवाद में चल रहा रेजिडेंटो का अनिश्चित कालीन धरना शनिवार को नो वें दिन भी जारी रहा।
बीती देर शाम को रेजीडेंटों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर, बच्चे बचाओ…कुत्ते हटाओ …के नारे लगाए । और कैंडल जलाकर अपना विरोध जताया। आवारा कुत्तों द्धारा बच्चों और रजेडेन्ट पर पूर्व में कई बार हमला किया जा चुका है। जिससे परेशान होकर रेजिडेंट ने कुत्तों को सोसायटी से हटाने की मांग की गई। उसके बाद सोसायटी के रेजीडेंटों और पीएफए के सदस्यों के बीच मामले को लेकर विवाद हो गया था। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई संतोषजनक कार्रवाई न होने के कारण रेजिडेंट अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ हुए है।
क्या बोले सोसायटी के अध्यक्ष
धरने को संबोधित करते हुए सुबोध त्यागी ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सुबोध त्यागी की या सिर्फ रिवर हाइट्स की नही है यह लड़ाई पूर्ण समाज के लोगो की है। उन्होंने कहा कि रिवर हाइट्स की समस्या अगर बढ़ी है तो नगर निगम की अनदेखी की वजह से बढ़ी । अभी भी नगर निगम आंखे मूंदे कर धृतराष्ट्र बना हुआ हुए है। सांप की बजाय लकीर को पीटा जा रहा है। निगम जिम्मेदारी लेने की बजाए मामले को दाएं – बाएं पास करने में लगा हुआ है।
वहीं धरने को संबोधित करते हुए शशि देव ने कहा कि निगम की रिपोर्ट के अनुसार कुत्ते रिलोकेट किए जा रहे है ।जो कि हास्यपद है। जो कुत्ते सोसायटी के कॉमन एरिया में नहीं रह रहे है ।इन्हे रिलॉकेट करके किसी का क्या लाभ है । जबकि सच्चाई यह है कि रिवर हाइट्स में कुत्तों का खुलेआम विचरण हो रहा है । और निवासियों में एक भय की स्थिति व्याप्त है। बच्चे सोसायटी में घूमने से डरते है कहीं उन पर कुतों का हमला न हो जाए।पीएफए को क्लीनचिट और रेजिडेंट के खिलाफ कार्रवाई यह तो अन्याय है।उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि रेजीडेंटों पर लगे सभी मुकदमे वापस हो और पीएफए को सोसायटी में प्रतिबंधित किया जाए।
रेजिडेंट बोले चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधियों के लिए दरवाजे होंगे बंद
रिवर हाइट्स के निवासियों ने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले चुनाव में हमे जन प्रतिनिधियों के लिए अपने दरवाजे बंद करने पड़ेंगे । क्योंकि वे हमारी समस्या का निदान करने में वह असमर्थ हैं । और हम इसको भी आंदोलन का रूप देंगे। आज जनप्रतिनिधि हमारी समस्या से किनारा कर रहे है।इसका जवाब उन्हें चुनाव के दौरान दिया जाएगा।
योगी जी! आपके राज में हो रहा अन्याय !
अध्यक्ष सुबोध त्यागी ने कहा कि योगी जी ! आपके राज में अन्याय हो रही है। आपके राज में ऐसी अंधेरगर्दी सहन नही की जा सकती कि जुल्म करने वालों के नाम पुलिस चार्जशीट से बाहर कर दें और मेरे साथ हाथापाई कर रही महिला से, मेरे बचाव में आई निर्दोष महिलाओं के नाम चार्जशीट में डाल दिए जाएं और उनको क्लीन-चिट दे दी जाए।उन्होंने कहा कि चाहे पीएफए की कर्ता-धर्ता सुरभि रावत हों या स्वयं मेनका गांधी, हम अब अन्याय सहन नहीं करेंग ।
आरडब्लूए अध्यक्ष ने दी चेतावनी, बोले
अध्यक्ष ने कहा कि हम एक दिन देखेंगे यदि इसके बाद भी हम निवासियों को संतुष्टि के स्तर का समाधान नहीं मिलता है तो हमारा अगला पड़ाव हमारा सीधा लखनऊ में होगा। और योगी जी के समक्ष अपनी समस्या रखेंगे।
कैंडल जलाकर जताया विरोध
रेजीडेंटों ने एक विशाल सभा का आयोजन किया।सभा मे आगे की रणनीति बनाई गई। और सभी ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि अब वह इस आंदोलन को व्यापक रूप देंगे। सभा के पश्चात रिवर हाइट्स के निवासियों ने जनजागृति के रूप में एक कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया। और आंदोलन को व्यापक रूप देने का फैसला लिया गया है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।