नारकीय जीवन जीने को मजबूर नत्थूनगर के वाशिंदे
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज़)। नगर परिषद के वार्ड 38, पन्द्रह एचएमएच, नत्थूनगर के वाशिंदे नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। वार्ड की गलियों में न तो सडक़ें बनी हैं और न ही नालियां। बारिश के बाद गलियों से निकलना मुश्किल हो जाता है। मीठे पानी जैसी मूलभूत सुविधा का भी अभाव है। मजबूरन वार्डवासियों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है। आक्रोशित वार्डवासियों ने सोमवार को नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी की। वार्डवासी प्रीतम सिंह ने कहा कि पांच साल भी वार्ड मैम्बर ने उनके वार्ड की सुध नहीं ली। Hanumangarh News
जनप्रतिनिधियों ने भी कभी उनके वार्ड में आना उचित नहीं समझा। गलियों में न तो सडक़ें बनी हैं और न ही नालियां। कच्ची गलियों में कीचड़ पसरा हुआ है। इस कारण बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी होती है। दुपहिया फिसलने का डर रहता है। रिश्तेदार भी उनके घरों में आने से कतराते हैं। 35-40 साल बाद भी वार्ड मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। सुखविन्द्र कौर ने कहा कि जनप्रतिनिधि चुनाव के समय तो वोट लेने के लिए हाथ जोड़-जोडक़र बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन जीतने के बाद घर बैठ जाते हैं। उनके वार्ड 38 की गलियों का बुरा हाल है। बारिश के बाद हालात और भी खराब हो जाते हैं। आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है।
घरों से निकलने वाले पानी की निकासी के लिए कोई बंदोवस्त नहीं। वार्ड पार्षद ने चुनाव जीतने के बाद शक्ल तक नहीं दिखाई। पीने का पानी भी दूर-दराज से लाना पड़ रहा है। वार्ड में बनी हुई डिग्गी की कई सालों से सफाई नहीं हुई। उस पर ढक्कन नहीं लगा हुआ। वार्डवासी दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों से मांग की कि वार्ड में सडक़ों व नालियों का निर्माण किया जाए। साथ ही मीठे पानी की व्यवस्था की जाए। सुमित्रा देवी ने कहा कि नाली का निर्माण न होने के कारण बारिश के मौसम में पानी घरों की नींव में घुस जाता है। इससे मकानों को नुकसान पहुंच रहा है। पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गंदा पानी पीने से लोग बीमार हो रहे हैं। उन्होंने भी सडक़ों व नालियों का निर्माण करवा समस्या से निजात दिलाने की मांग की। Hanumangarh News