जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि राजस्थान में नये मुख्यमंत्री को लेकर बुलाई गई कांग्रेस विधायक बैठक नहीं हो पाने एवं यहां की स्थिति के बारे में रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंपी जायेगी। इस मामले में कांग्रेस पर्यवेक्षक के रुप में जयपुर आये खड़गे ने दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से कहा कि इस मामले में जो कुछ भी होगा, वह यहां की स्थिति के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष को बताई जायेगी और जो अध्यक्ष का फैसला होगा वह मानना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन भी होना चाहिए एवं पार्टी मजबूत एवं एकता भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कहेंगे वह सबको मानना पड़ेगा। गहलोत (Ashok Gehlot) के उनसे मिलने के सवाल पर खड़गे ने कहा कि उनके दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शिष्टाचार के रुप में उनसे मिले हैं। उन्होंने कहा ‘मैंने ही फोन किया कि मैं दिल्ली जा रहा हूं, तब उन्होंने कहा कि मैं खुद आकर मिलता हूं। वहीं इस घटनाक्रम से कांग्रेस हाईकमान ने गंभीरता से लिया है।
राजस्थान में कांग्रेस बहुमत खो चुकी है, राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए: दीया
राजस्थान में राजसमंद की सांसद दीया कुमारी ने प्रदेश में चल रहे सियासी संकट पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि प्रदेश के हालात दुखद एवं चिंताजनक है, कांग्रेस बहुमत खो चुकी है। ऐसे में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। अजमेर में अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रशिक्षण शिविर में विचार रखने आई एवं भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य में राजनीतिक संकट है।
कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई से प्रदेश का आमजन परेशान, तंग एवं दुखी हो चुका है। कांग्रेस को सत्ता से नैतिकता के आधार पर हट जाना चाहिए। दीया कुमारी ने राज्य की गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यहां मुख्यमंत्री कौन है कुछ पता नहीं। हालात ऐसे बन गए हैं कि सभी मुख्यमंत्री लग रहे हैं। किसी को भी राज्य और राज्य की जनता की चिंता नहीं है। यहां कानून व्यवस्था बदहाल है तथा विकास के काम नहीं हो रहे हैं। देश के गिने चुने प्रदेशों में चल रहा कांग्रेस राज पतन की ओर अग्रसर है।
गद्दारी करने वालो को पुरुस्कार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा: धारीवाल
राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि गद्दारी करने वालों को पुरस्कृत किया जाये, यह यहां के विधायक कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। धारीवाल ने राज्य में नये मुख्यमंत्री पर चले घटनाक्रम पर आज यहां मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा ‘मेरा पार्टी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी पर आरोप है कि वह जिसने उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए सरकार के खिलाफ षडयंत्र किया आज उन्हें मुख्यमंत्री बनाने आ गये। वह पक्षपातपूर्ण तरीके से यहां विधायकों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह सूचना आ रही थी कि वह इन दिनों विधायकों को पायलट के पक्ष में जुटने के लिए कह रहे थे, हमारे पास इस बात के सबूत है। उन्होंने स्वयं के बारे में कहा कि वह कांग्रेस के सिपाही है और 50 साल में उन पर अनुशासनहीनता का आरोप नहीं लगा।
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