14 हजार कर्मचारियों को राहत

Employees

अब नहीं हटेंगे पुराने कर्मी, आदेश जारी

भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा सम्बद्ध आल इंडिया स्टेट गर्वमेंट ईम्लाईज फैडरेशन के तीखे विरोध के बाद महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर पुराने ठेका कर्मियों को नौकरी से न हटाने के आदेश जारी करने पर मजबूर होना पड़ा है। सकसं हरियाणा जिला कमेटी की और से मा. सुखदर्शन सरोहा, नरेंद्र दिनोद, सरोज शास्त्री, सुरजभान जटासरा, सुभाष कौशिक ने बताया कि नए ठेकेदार ने अफसरशाही से मिलीभगत करके यमुनानगर, कैथल, भिवानी, रोहतक, करनाल, सरसा, मेवात, कुरूक्षेत्र व पलवल इत्यादि जिलों से सैकड़ों की संख्या में पुराने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।

जिसके खिलाफ स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन हरियाणा व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा लगातार जिलों में आंदोलन कर रहा था। सकसं ने मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, स्वास्थ्यमंत्री व चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखकर नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को वापिस ड्यूटी पर लेने और महामारी में अफसरशाही की मदद से की गई इस घोर निदंनीय कार्यवाही करने वाले ठेकेदारों व सिविल सर्जन के खिलाफ कड़़ी कार्यवाही करने की मांग की थी।

जिसका संज्ञान लेते हुए वीरवार को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी करने, पुराने किसी भी कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी संरक्षण प्राप्त ठेकेदार चीफ सेक्रेटरी हरियाणा के लिखित आदेशों व औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 बी तक को मानने को तैयार नहीं है और प्रधान नियोक्ता व सरकार इनके खिलाफ कुछ नहीं कर पा रही है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।