पौधों में निमाटोड बीमारी की रोकथाम व जागरूकता के लिए लगाया गया शिविर
फतेहाबाद (सच कहूँ न्यूज)। नींबू जाति व अमरूद के पौधों में निमाटोड की बीमारी की रोकथाम एवं जागरूकता के लिए खंड फतेहाबाद के गांव झलनियां में बागवानी विभाग की ओर किसान फिल्ड-डे का कार्यक्रम आयोजन किया गया। फिल्ड-डे कार्यक्रम में जिला उद्यान अधिकारी डॉ. श्रवण कुमार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान फल एवं सब्जियों में कम से कम कीटनाशकों का प्रयोग (Reduce Pesticides) करें तथा कीटों व बीमारियों के रोकथाम के लिए नीम आधारित इनपुट का इस्तेमाल करें।
इसके साथ-साथ यल्योट्रेप, फैरोमैनट्रैप का भी उपयोग करें। कीटनाशकों के कम प्रयोग होने से जहर रहित फल एवं सब्जी का उत्पादन हो सकेगा। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. सरदूलमान ने बागवानी फसलों में सूत्रकृमि से होने वाले नुकसान के लक्ष्ण व रोकथाम के उपाय के बारे में बताया कि सूत्रकृमिक समय रहते नियंत्रण नहीं किया गया तो बागों में 60 से 70 प्रतिशत नुकसान होता है। संरक्षित खेती में सूत्रकृमि गंभीर समस्या है। किसान इससे बचाव के लिए बिना कोई दवाई डाले मई व जून के महीने में सोलरराइजेशन तकनीक द्वारा नियंत्रण कर सकते हैं।
किसानों ने जानी बागवानी योजनाएं
कार्यक्रम के दौरान उद्यान विकास अधिकारी डॉ. रीतिका ने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी बागवानी स्कीमों जैसे एमआईडीएच के तहत किन्नु, अमरूद व अनार का बाग, संरक्षित खेती, पैक हाउस व सामुदायिक तालाब इत्यादि मदें में किसानों को 40 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक अनुदान बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एससीएसपी स्कीम के तहत सिर्फ अनुसूचित किसानों को बांस के सहारे सब्जी की खेती, मशरूम उत्पाद व संरक्षित खेती में 90 प्रतिशत अनुदान मिल रहा।
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