परिजनों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहराया
-
दिल्ली पुलिस ने नहीं किया स्थानीय पुलिस से कोई संपर्क
रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हंगामे के दौरान दिल्ली पुलिस ने सांपला के तीन युवकों को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। तीनों युवक घर से दिल्ली लंगर चखने की बात कह गये थे। परिजनों को गिरफ्तारी का पता 28 जनवरी शाम को लगा। हालांकि पकड़े गए तीनों युवकों के पास किसानी के नाम पर कोई जमीन भी नहीं है। सांपला के वार्ड आठ निवासी सुनील ने बताया कि उसका चचेरा भाई आलाबेर प्राईवेट टैक्सी चालक का काम करता था।
26 जनवरी को वह अपने दो साथी दिनेश व नवीन के साथ घर से दिल्ली लंगर चखने की बात कह निकला था, लेकिन पुलिस ने दिल्ली बवाल के आरोप में उन सभी को गिरफ्तार कर लिया। आलाबेर के पास आठ वर्ष का बेटा है। जो बार-बार पिता के बारे में पूछ रहा है। आरोपी के पिता का करीब आठ साल पहले निधन हो चुका। घर चलाने की जिम्मेवारी आलाबेर पर थी, लेकिन अब परिवार के पास खाने के लाले पड़ते नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरे आरोपी दिनेश के पिता का भी करीब 14 साल पहले बीमारी के चलते निधन हो चुका है। तो तीसरा आरोपी नवीन महज 18 साल का ही है। परिजन अपने चहेतों की जमानत के लिए वकीलों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक हालत भी ऐसी नहीं की वकीलों की महंगी फीस दी जा सके।
30 को हुई थी बात, कपड़े तिहाड़ भेजने को कहा
परिजनों के अनुसार 30 जनवरी को आलाबेर का फोन उनके पास आया था। जिसमें उसने बताया कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया है। उसके पास बदलने के लिए कपड़े भी नहीं हैं। जिस कारण काफी परेशानी आ रही है। परिजनों ने जल्दी कपड़े भेजने की हामी भरी थी। लेकिन बदलते घटनाक्रम को देखते हुए परिजन दिल्ली तक जाने की जहमत नहीं उठा पा रहे। वहीं सांपला चौकी प्रभारी अशोक कुमार का कहना है कि पकड़े गए तीनों युवकों के संदर्भ में दिल्ली पुलिस ने कोई संपर्क नहीं किया है। जो भी जानकारी मिल रही वह मीडिया द्वारा ही मिल रही है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।