शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का दावा
- जल्द ही पीजीटी अध्यापकों की होगी भर्ती
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। प्रदेश शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने दावा किया है कि सरकार मार्च 2018 तक शिक्षा विभाग में अध्यापकों के जितने भी रिक्त पद हैं उन पर भर्ती कर देगी। वहीं मुख्यमंत्री से पीजीटी अध्यापकों की भर्ती की फाइल पर सैंक्शन मिल गया है जिससे जल्द ही पीजीटी अध्यापकों की भर्ती की जाएगी। पीके दास अपने कार्यालय पर सच कहूँ से विशेष बातचीत कर रहे थे।
नौजवान अध्यापकों की जगह रिटायर हो चुके अध्यापकों की पुन: भर्ती के सवाल पर दास ने कहा कि इस समय 30 से 35 हजार अध्यापकों के पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में इस सैशन के लिए यदि भर्ती प्रक्रिया अब शुरू की गई तो उसे पूरा होने-होने में साल के करीबन लग जाएगा। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई डिस्टर्ब न हो और क्वालिटी ऐजुकेशन मिले इसके लिए रिटायर अध्यापकों के अनुभव का फायदा लेने का सोचा गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सरकार चाहती है कि नए नौजवान आगे आएं और क्वालिटी ऐजूकेशन दें जिससे सरकारी स्कूलों का स्तर उठे लेकिन पूर्णतया भर्ती करने के लिए एक साल का समय आराम से लगेगा। इस लिए सरकार ने प्लॉन तैयार किया है जिसके तहत मार्च 2018 तक अध्यापकों के संपूर्ण पदों पर चाहे वे टीजीटी हों, पीजीटी हों या जेबीटी या अन्य सभी को एचएसएससी (हरियाणा स्टॉफ सिलेक्शन कमिशन) द्वारा भरा जाए।
आवश्यकतानुसार भर्ती के लिए बनेगा सिस्टम
दास ने कहा कि सरकार ऐसा सिस्टम बनाने जा रही है ताकि हर साल जितनी जरूरत है उतने अध्यापकों की भर्ती हो जाए। ऐसे में सालों-साल इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। और विद्यार्थियों की शिक्षा पर भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा पैटर्न बना रही है जिससे रिक्त हुआ स्थान तुरंत भर दिया जाए।
नोटिस में उचित जवाब नहीं मिला तो होंगे चार्जशीट
बोर्ड की कक्षाओं में बेहद कमजोर रिजल्ट के कारण गत दिवस 160 के करीबन सरकारी स्कूलों के 800 अध्यापकों को जारी हुए कारण बताओ नोटिस के सवाल पर पीके दास ने कहा कि विभाग ने कारण बताओ नोटिस में संबंधित शिक्षकों से कमजोर रिजल्ट का कारण बताने व उसमें आगे से कैसे सुधार करेंगे का सवाल किया है। ऐसे में यदि अध्यापक व प्रिंसीपल इस नोटिस का सही जवाब नहीं देंगे तो उन्हें चार्जशीट किया जाएगा।
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