1901 के बाद सबसे ठंडा दिसंबर | Record breaking
नई दिल्ली (एजेंसी)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शीतलहर और ठिठुरन शनिवार को और बढ़ गई और न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने से लोगों का ठंड से बुरा हाल है। दिल्ली में 14 दिसम्बर से शीतलहर का प्रकोप शुरू हुआ था और अभी अगले तीन दिनों तक बने रहने की आशंका है। वर्ष 1901 के बाद यह दूसरी बार है जब राजधानी में इतने लंबे समय तक शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। इसने पिछले सालों के रिकॉर्ड (Record breaking) को पीछे छोड़ दिया है।
तापमान 1.7 डिग्री तक पहुंचा
मौसम विभाग के अनुसार सुबह 8.30 बजे सबसे कम तापमान आया नगर में 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि सफदरजंग में तापमान 2.7 और पालम में 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 97 फीसदी दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। एक और दो जनवरी को ओलावृष्टि के अनुमान के चलते नये वर्ष के जश्न में खलल भी पड़ सकता है विभाग का मानना है कि तीन जनवरी तक पहाड़ी क्षेत्रों में जोरदार हिमपात होगी।
मौसम विभाग के अनुसार
- दिसंबर में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19.85 डिग्री सेल्सियस रहा
- वर्ष के आखिरी दिन यह 19.15 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है
- यदि अधिकतम तापमान 19.15 तक गिरता है तो यह 1901 के बाद दूसरा मौका होगा, जब दिसंबर सबसे ठंडा होगा।
- बाईस साल पहले दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था
- 1997 के बाद से दिसंबर माह में सबसे अधिक ठंडे दिन रहे हैं।
- 1997 में 17 दिनों तक लगातार लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा था।
- 2019 में 15 दिसंबर से ही दिल्ली के लोग कड़ाके की ठंड का अनुभव कर रहे हैं।
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