कॉरिडोर पर ट्रायल के लिए दो ट्रेन चलाने की पूर्ण तैयारी, गुजरात से दुहाई डिपो में आई पांच ट्रेन
गाजियाबाद (सच कहूँ / रविंद्र सिंह )। देश की पहली रीनल रेल सबसे तेज दौड़ने वाले रैपिड रेल के प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई के बीच ट्रैक पर अब एक के बाद एक ट्रेन दौड़ेंगी। कॉरिडोर पर ट्रायल के लिए अभी तक केवल एक ही ट्रेन को चलाया जा रहा है। इसके साथ ही अप और डाउन ट्रेन चलेंगी। सिग्नलिंग का काम पूरा होते ही यह ट्रायल शुरू होगा। वहीं मार्च के आखिरी में रैपिड रेल का परिचालन शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है।
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम ( आरआरटीएस) का 17 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर तैयार है। जनवरी से साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन बीच रैपिड रेल परीक्षण चल रहा है। हालांकि पिछले दस दिन से रैपिड रेल का परीक्षण मुरादनगर स्टेशन से पहले तक किया जा रहा है। परीक्षण के दौरान एक ही ट्रेन को 25 से लेकर 160 किलोमीटर की रफ्तार से चलाकर देखा गया। एनसीआरटीसी अधिकारियों ने ट्रैक पर अब दूसरी ट्रेन चलाने की तैयारी कर दी है। यानी की आगे-पीछे ट्रेन चलाई जाएगी। एनसीआरटीसी के अधिकारी ने बताया कि दुहाई डिपो में गुजरात से पांच ट्रेन आ गई हैं। सिग्नलिंग का काम अंतिम चरण में है। यह काम पूरा होते ही सभी ट्रेन परीक्षण के लिए ट्रैक पर आएगी। ट्रेन एक से दूसरे स्टेशन पर कितनी देर में पहुंच रही है। उसके पीछे दूसरी ट्रेन कब चलेगी। यह काम सिग्नलिंग से ही पता चलेगा।
अंतिम चरण में पहुंचा पहले खंड के पांच स्टेशन का काम
गाजियाबाद में कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड (साहिबाबाद-दुहाई) में मार्च आखिरी तक परिचालन शुरू हो जाएगा। प्राथमिकता खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई स्टेशन डिपो स्टेशन हैं। साहिबाबाद स्टेशन सबसे पहले बनकर तैयार होगा।
साहिबाबाद स्टेशन की लंबाई 215 मीटर और चौड़ाई 25 मीटर है। स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए जा रहे हैं। चार स्वचलित सीढ़ी लगा दी हैं। स्टेशन में तीन प्रवेश/निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। एक प्रवेश निकास द्वार साहिबाबाद बस अड्डे की ओर, दूसरा वसुंधरा की ओर और तीसरा साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र की तरफ बनाया जा रहा है। यहां सिग्नलिंग का कार्य चल रहा है।
गाजियाबाद स्टेशन का 90 फीसदी काम पूरा
गाजियाबाद स्टेशन, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का सबसे ऊंचा स्टेशन होगा। इसकी जमीन से ऊंचाई 26 मीटर है। स्टेशन की लंबाई 215 मीटर और चौड़ाई लगभग 42 मीटर है। स्टेशन का निर्माण 90 प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो गया। स्टेशन में सबसे ज्यादा पांच प्रवेश-निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। तीन प्रवेश निकास द्वार को फुटओवर ब्रिज के जरिए मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा।
गुलधर स्टेशन के प्रवेश-निकास द्वार पर चल रहा काम
स्टेशन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। स्टेशन को तैयार करने के लिए स्टेशन की दोनों साइड में फसाड लाइट लगाई जा रही है। स्टेशन में दो प्रवेश और निकास द्वार बनाए जा रहे हैं, जिनमें से एक का काम पूरा हो गया। दो लिफ्ट लगाने का काम भी पूरा हो गया है।
दुहाई स्टेशन के बनाए गए तीन ट्रैक
स्टेशन में तीन ट्रैक बनाए गए। इनमें से दो ट्रैक मुख्य लाइन के हैं और तीसरा ट्रैक दुहाई डिपो में ट्रेनों के आवागमन के लिए बनाया है। इसी वजह से स्टेशन की चौड़ाई ज्यादा है।
दुहाई डिपो स्टेशन लगभग बनकर तैयार
दुहाई डिपो स्टेशन को जमीन पर बनाया है। स्टेशन का निर्माण लगभग पूरा हो गया। यात्रियों की सुविधा के लिए दो प्रवेश-निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। इनका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। दुहाई डिपो से आने वाली ट्रेन स्टेशन से होकर एलिवेटेड कॉरिडोर की ओर रवाना होंगी।
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