डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया से मिलेगी निजात
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766 टीमें उतरेगी फील्ड में जाकर करेंगी यह सर्वे
गुरुग्राम (सच कहूँ न्यूज)। मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए एक अप्रैल से 10 अप्रैल तक रैपिड फीवर सर्वे (Rapid Fever Survey) करवाया जाएगा। इस दौरान लोगों को मच्छरजनित बीमारियों जैसे-डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए जागरूक किया जाएगा। सर्वे के कार्य को सुचारू ढंग से चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 766 टीमें लगाई गई हैं, जो घर-घर जाकर लोगों को मच्छर के लार्वा के ठहराव वाले स्थानों की सफाई करने के लिए जागरुक करेंगे।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भविष्य की रूपरेखा तैयार करते हुए काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के कर्मचारी घर-घर जाकर कूलरों, टंकियों, हौदियों, गमलों व टायर इत्यादि को चैकिंग कर लार्वा के ठहराव वाले स्थानों की सफाई करने के लिए लोगों को भी जागरुक कर रहे हैं। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुधा गर्ग ने बताया कि वर्ष-2022 को जीरो मलेरिया बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सक्रियता से कार्य करते हुए अपने-अपने कार्य क्षेत्र में फीवर मास सर्वे (Rapid Fever Survey) व सामुदायिक बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समय रहते मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिला में पिछले वर्ष डेंगू के 327 व मलेरिया के 2 मामले सामने आए थे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला में 49 फोगिंग मशीनें उपलब्ध हैं और 160 कर्मचारी 4 जोनों में बीट प्रोग्राम के आधार पर कार्य कर रहे हैं। 64 कर्मचारी नगर निगम मानेसर में लारवीसाईड और फोगिंग का कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्राईवेट अस्पतालों एवं लैब को निर्देशित किया गया है कि वे डेंगू की जांच के लिए 600 रूपए से अधिक राशि ना वसूलें।
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