फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित, गुरुग्राम में न्यायधीश भावना जैन संभालेंगी कोर्ट की जिम्मेदारी (Fast track court)
संजय मेहरा/सच कहूँ गुरुग्राम। दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट (नाबालिगों के यौन शोषण) मामलों में अब पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय मिल सकेगा। दोषियों को बिना देरी के सजा देकर यह न्याय फास्ट ट्रैक अदालतों में दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के 16 जिलों में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीशों की फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट की स्थापना कर दी गई है। गुरुग्राम जिला अदालत में न्यायधीश भावना जैन को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि पॉक्सो एक्ट के मामलों की सुनवाई सत्र न्यायालयों में होती रही है।
- यहां अन्य केसों की साथ-साथ सुनवाई के चलते दुष्कर्म जैसे मामलों की सुनवाई में भी देरी होती है।
- जिससे पीड़ि़तों को निश्चित समय में न्याय नहीं मिल पाता।
- अब फास्ट ट्रैक का गठन हो जाने के बाद पीड़ितों को पॉक्सो एक्ट के तहत समय पर न्याय मिल सकेगा।
इन जिलों में गठित की हैं फास्ट ट्रैक कोर्ट
(Fast track court)
फिलहाल प्रदेश के अंबाला, भिवानी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जींद, करनाल, मेवात, पलवल, पानीपत, रोहतक, सोनीपत, यमुनानगर, फतेहाबाद, हिसार, कुरुक्षेत्र व सिरसा की जिला अदालतों में कार्यरत अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीशों को फास्ट ट्रैक में दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के मामले की सुनवाई के लिए अधिकृत किया है।
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