संगरिया (सच कहूँ न्यूज/सुरेन्द्र जग्गा)। करीब 16 साल पहले बिना बताए घर से निकले रामशरण ने सोचा नहीं होगा, जीवन में वह कभी दोबारा परिवार से मिल भी पाएगा या नहीं। लगभग डेढ़ दशक बाद अब अचानक परिवार को दोबारा सामने देखा तो रामशरण और परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं था। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं व मार्गदर्शन की बदौलत आज शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार भाई इंसानियत के सच्चे प्रहरी हर पल कहीं ना कहीं सृष्टि की सेवा में यथासंभव लगे हुए हैं। Sangaria News
पीड़ित मानवता की सेवा का प्रमुख केन्द्र डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाई गई इंसानियत मुहिम के तहत संगरिया ब्लॉक के सेवादार भाइयों ने 16 साल से घर से निकले लगभग 50 वर्षीय बेसहारा लाचार और बीमार व्यक्ति की दो महीने तक सार-संभाल और इलाज करवाने के बाद परिजनों का पता लगाकर खुद उसके परिवार तक गाजियाबाद के खानपुर में छोड़ने गए और वहां की साध-संगत की मौजूदगी में उनके सपुर्द किया।
मैले-कुचेले, बदबूदार लिबास पहने हुए था बुजुर्ग
संगरिया से सुरेन्द्र जग्गा ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 8 फरवरी 2024 श्रीगंगानगर रोड पर एक 50- 52 साल का बुजुर्ग व्यक्ति जो कि मानसिक रूप से परेशानी की हालत में बेसहारा घूम रहा था जिसे सेवादार भाई महेश गोयल इन्सां ने देखा तो इसकी सूचना शाह सतनाम जी ग्रीनएस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लाल चंद इन्सां को दी। सेवादारों ने मौके पर जाकर बुजुर्ग की हालत को देखा तो वह मैले-कुचेले, बदबूदार लिबास पहने था और पैरों में फटे हुए जूते पहन रखे थे। सिर और दाढ़ी के बाल बड़े हुए थे। Sangaria News
भूख और प्यास से व्याकुल नजर आ रहा था। सेवादार भाइयों ने उसकी दयनीय हालत को देखते हुए उसकी सूचना पुलिस थाना में करने के बाद उसे संगरिया के एमएसजी डेरा सच्चा सौदा एवं मानवता भलाई केन्द्र में लेकर आए उसको चाय-पानी पिलाया। उसकी कटिंग और शेव करवाई। उसे नहलाया, कपड़े बदले फिर उसे डॉक्टर को दिखाया। उसकी हालत में आश्चर्यजनक बदलाव देखने को मिला। हालत में सुधार होने के बाद उसने अपना नाम रामशरण निवासी उत्तर प्रदेश बताया। इसके अलावा उसने अपने बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी थी जिससे उसके परिजनों का पता लगाया जा सके।
रामशरण के माता-पिता का देहांत हो चुका है
संगरिया के सेवादार भाइयों ने सोशल मीडिया, पुलिस प्रशासन और वहां की साध-संगत के सहयोग से दो माह की मशक्कत के बाद आखिरकार उसके परिजनों का पता लगा लिया। इस प्रकार उसकी पहचान रामशरण पुत्र नरेश पाल सिंह निवासी उमरापुर तहसील अहरोरी जिला हरदोई उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। रामशरण के घर का पता लगाने वाले उत्तर प्रदेश के सेवादार भाइयों ने बताया कि रामशरण के माता-पिता का देहांत हो चुका है। उनके भाई भी यहां स्थाई रूप से नहीं रह रहे हैं। Sangaria News
रामशरण का एक भतीजा विवेक सिंह गाजियाबाद के खानपुर गांव में रहता है। जब रामशरण के भतीजे विवेक से साध-संगत का संपर्क हुआ तो विवेक को विश्वास नहीं हुआ कि उसका चाचा अभी तक जिंदा है क्योंकि रामशरण को गुम हुए डेढ़ दशक बीत चुका था और परिवार की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी थी। जब विवेक की उसके चाचा रामशरण से वीडियो कॉल द्वारा बात करवाई तो उसे यकीन हुआ कि उसके चाचा सही सलामत है। यह जानकर उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। विवेक ने बताया कि उसके पिता का भी देहांत हो चुका है और उसके पैर का एक्सीडेंट होने की वजह से परिवार का कोई भी सदस्य इतनी दूरी तय करते हुए अपने चाचा को ले जाने में असमर्थ है।
इस पर शाह सतनाम जी ग्रीन्स वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां, महेश गोयल इन्सां, व सुरेंद्र जगा इन्सां, ने रामशरण को उसके घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया और उसको अपने साथ लेकर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गए। ट्रेन द्वारा लगभाग 400 किलोमीटर का सफर तय करते हुए रामशरण के परिजनों तक पहुंचे। जब रामशरण अपने परिजनों से मिला तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। परिजन भी रामशरण से मिलकर बहुत खुश हुए। Sangaria News
साध-संगत की मौजूदगी में सभी कागजी कार्रवाई पूर्ण
इस प्रकार संगरिया के सेवादार भाइयों ने उत्तर प्रदेश के लोनी सिटी ब्लॉक के एमएसजी डेरा सच्चा सौदा एवं मानवता भलाई केन्द्र में पहुंचकर ब्लॉक स्तरीय नाम चर्चा के दौरान ब्लॉक प्रेमी सेवक सनातन चौहान इन्सां, 85 मैंबर कमेटी सेवादार सौदान इन्सां, सीताराम इन्सां, सिकंदर इन्सां, 15 मेंबर विकास इन्सां, हरीश इन्सां, बाबूराम इन्सां, सोनू शर्मा, पत्रकार नरेंद्र बंसल और साध-संगत की मौजूदगी में सभी कागजी कार्रवाई पूर्ण करते हुए रामशरण को उसके भतीजे विवेक और अन्य परिजनों के सपुर्द कर दिया।
गाजियाबाद की साध-संगत ने भी संगरिया के सेवादार भाइयों की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस सेवा कार्य में मुख्य रूप से शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां, महेश गोयल इन्सां, सुरेंद्र जग्गा इन्सां, अमराराम इन्सां, गोपाल इन्सां, 15 मैंबर प्रबल गोयल इन्सां, रॉकी गर्ग इन्सां, महेश गोयल इन्सां, निंदी सोनी इन्सां, साजन इन्सां, पवन इन्सां जंडवाला, बनारसी इन्सां, रविंद्र खोसा इन्सां, ब्लॉक प्रेमी सेवक ओमप्रकाश बुडानिया इन्सां का सहयोग रहा। Sangaria News
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