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साध-संगत ने दोनों हाथ ऊपर उठाकर पूज्य गुरु जी पर दृढ़ विश्वास के साथ एकता में रहने का संकल्प दोहराया
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सैकड़ों लोगों को कम्बल, राशन, महिलाओं को सिलाई मशीनें और दिव्यांगों को ट्राईसाइकिलें दी
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निराश्रयों को सौंपी मकानों की चाबियां
अनिल कक्कड़/सोनू बुढ़ाना/दीपक त्यागी
बरनावा। हाड कंपाती ठंड के बीच रविवार को शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा, जिला बागपत (यूपी) में अतुलनीय, अटूट श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। आश्रम में जिधर भी नजर दौड़ाओ संगत ही संगत नजर आ रही थी और तिल रखने तक जगह नहीं थी। मुख्य पंडाल भरने के बाद कई अन्य पंडाल भी बनाए गए, जो खचाखच भर गए। साध-संगत के भारी उत्साह के समक्ष सभी प्रबंध छोटे पड़ते नजर आए। अवसर रहा डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के पावन अवतार माह के भंडारे की नामचर्चा का।
नामचर्चा में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से बहुत भारी तादाद में साध-संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों को श्रद्धापूर्वक श्रवण किया। वहीं सैकड़ों जरूरतमंदों को कंबल, राशन, 25 महिलाओं को सिलाई मशीनें, 7 दिव्यांगों को ट्राईसाइकिलें और निराश्रयों को मकानों की चाबियां सौंपकर मानवता भलाई कार्यों के कारवां को तीव्र गति से आगे बढ़ाया गया। इस पावन अवसर पर आश्रम को लड़ियों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया था, जो अद्भुत नजारा पेश कर रहा था। नामचर्चा के सरकार द्वारा निर्धारित कोविड नियमों मास्क लगाना, सोशल डिस्टेसिंग, सेनेटाइजेशन सहित पूरी पालना की गई। पावन भंडारे की नामचर्चा का लेकर शाह सतनाम जी आश्रम को भव्य रूप से सजाया गया था। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का पावन नारा लगाकर भंडारे की बधाई के साथ नामचर्चा का आगाज हुआ। इसके पश्चात कविराज भाइयों ने ‘आया, आया, आया, जन्म दिहाड़ा आया’, ‘अज आए सतगुरु जी, जनवरी में, रूहों ने…’, आई आई जी-2, 25 जनवरी प्यारी-प्यारी’, ‘जलालआणे आए जलाल जीओ’ , ‘जनवरी छायी बहार, कि इसमें आए…’, ‘जी सतगुरु जग विच आए ने, रूहों ने तड़प…’ आदि भजनों के माध्यम से सतगुरु जी की महिमा का गुणगान किया। इसके पश्चात साध-संगत ने बड़ी-बड़ी स्क्रीनों के माध्यम से पूज्य गुरु जी के अनमोल वचनों को श्रद्धापूर्वक श्रवण किया। इस अवसर पर पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के पावन जीवन पर आधारित एक खूबसूरत डॉक्युमेंटरी दिखाई गई, जिसे साध-संगत ने एकाग्रचित होकर देखा और श्रवण किया। साथ ही साध-संगत ने एकजुटता में रहने और मानवता भलाई कार्यों में आगे बढ़ने का संकल्प दोहराया। इसके पश्चात आई हुई साध-संगत को सेवादारों ने कुछ ही मिनटों में लंगर-भोजन और प्रसाद वितरित किया। तत्पश्चात साध-संगत पूरे अनुशासन में वापिस अपने घरों को लौटी।
डेरा सच्चा सौदा के मानवता भलाई कार्यों के सामने नतमस्तक हूँ: संजय भाटिया
करनाल से भाजपा सांसद और यूपी चुनाव में प्रचार की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे संजय भाटिया ने साध-संगत को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे पूज्य गुरू जी को नमन करते हैं व नामचर्चा में पहुँच कर खुद को भाग्यशाली समझते हैं। उन्होंने कहा कि साध संगत मानवता भलाई के इतने कार्य कर रही है, जिससे वे उनके सामने नतमस्तक हैं। उन्होंने पावन अवतार महीने को साध-संगत की पवित्र नारा लगा कर बधाई दी।
पूज्य गुरू जी जल्द हम सबके बीच आएं, यही मेरी कामना है: विधायक शेलू
बलरामपुर से भाजपा के विधायक शेलेंद्र शेलू ने भी साध-संगत को पवित्र नारा लगा कर अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि ‘न्यायालय से पूज्य गुरू जी को जल्द न्याय मिले और पूज्य गुरू जी जल्द से जल्द हमारे बीच में आएं, यही मेरी कामना है।’ उन्होंने साध-संगत द्वारा किए जा रहे मानवता भलाई के कार्यों की जमकर तारीफ की।
मानवता भलाई कार्यों को मिली रफ्तार
किडनी डोनर्ज सम्मानित
डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम जी इन्सां के पवित्र वचनों पर चलते हुए चार ऐसे डेरा श्रद्धालुओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने जीवित रहते जरूरतमंद मरीजों को अपनी किडनी दान की। इनमें सतवीर सिंह सिकंदराबाद, सुनीता देवी पत्नी संजय कुमार निवासी रुड़की व शांति देवी रुड़की शामिल हैं।
बरनावा। शरीदानियों के परिवारों को सम्मानित करते हुए साध-संगत जिम्मेवार
बरनावा। जरूरतमंद परिवार को मकान की चाबी सौंपते साध-संगत
बरनावा। कंबल व गर्म वस्त्र बांटते साध-संगत
बरनावा। दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल सौंपते हुए साध-संगत
भव्य रूप में सजा शाह सतनाम जी आश्रम
पावन भंडारे की नामचर्चा को लेकर शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा भव्य रूप से सजाया गया था। आश्रम के प्रवेश द्वारा से लेकर सत्संग पंडाल तक को सुंदर झंडियों, फूलों से सजाया गया। वहीं अपने मुर्शिद के पावन अवतार महीने की खुशी में साध-संगत खूब खुशियों से लबरेज नजर आई। साध-संगत रंग-बिरंगी ड्रेसेज और टोपियों में पहुंची और ढोल की थाप पर नाचती नजर आई। भंडारे की नामचर्चा में आश्रम के हर कोने में ढोल की थाप सुनी जा सकती थी। साध-संगत ने पूज्य गुरु जी द्वारा गए भजनों पर नाचकर खुशी मनाई। साथ ही सेल्फी प्वाइंटों पर पूज्य गुरु जी के साथ फोटो खिंचवाई और सोशल मीडिया में शेयर की।
साध-संगत ने दोहराया संकल्प : हमेशा एकता में रहेंगे
इस पावन अवसर पर उमड़ी साध-संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर दृढ़ विश्वास के साथ एकता में रहने और मानवता भलाई कार्यों को तीव्र गति से चलाने का संकल्प दोनों हाथ ऊपर उठाकर दोहराया।
सड़कों पर लगी लम्बी-लम्बी कतारें
पावन भंडारे की नामचर्चा में शिरकत करने के लिए साध-संगत के वाहनों की सड़कों पर लम्बी लम्बी कतारें लगी रहीं। आश्रम पंडाल तिल रखने तक को जगह नहीं थी, जिधर भी नजर दौड़ाई साध-संगत ही साध-संगत नजर आ रही थी। साध-संगत के उत्साह के समक्ष सुविधा के लिए प्रबंधन द्वारा किए गए तमाम इंतजामात छोटे पड़ते नजर आए।
कोरोना नियमों का किया पालन
पावन भंडारे की नामचर्चा के दौरान सरकार द्वारा निर्धारित कोरोना नियमों का पूर्णत: पालन किया गया। इस दौरान जहां साध-संगत ने सेनेटाइजेशन और थर्मल स्कैनिंग के बाद आश्रम में प्रवेश किया। वहीं मास्क लगाना, सोशल डिस्टेसिंग सहित अन्य नियमों को भी बखूबी निभाया गया। आश्रम के प्रवेश द्वार पर भी मास्क वितरित किए गए।
सेवादारों ने निभाई बेमिसाल सेवा
नामचर्चा में उमड़ी साध-संगत के लिए सेवादारों द्वारा लंगर, भोजन और पेयजल सहित तमाम इंतजामात किए गए थे। इसके साथ ही चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई थी। सेवाकार्यों में जुटे सेवादारों ने बेमिसाल सेवा का नमूना पेश किया गया। साध-संगत ने भी बहुत ही शिष्टाचार के साथ नामचर्चा का आनंद उठाया।
गर्म पानी के स्त्रोत ने किया हैरान
दरबार की एंट्री पर मौजूद गर्म पानी का स्त्रोत भी सबको आश्चर्य में डाल रहा है। ठिठुरा देने वाली सर्दी में धरती से निकल रहे गर्म पानी के झरने ने साध-संगत की भारी काफी राहत प्रदान की।
हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में भी मनाया पावन अवतार माह
रविवार को हरियाणा, पंजाब और राजस्थान भी पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के पावन अवतार माह के रंग में रंगे नजर आए। इस पावन अवसर पर शाह सतनाम जी धाम (सरसा), राजस्थान के जयपुर, कोटा और बुधरवाली और पंजाब के विभिन्न ब्लॉकों में नामचर्चाओं का आयोजन किया गया, जिनमें बहुत भारी तादात में साध-संगत ने शिरकत करके सतगुरु की महिमा का गुणगान करके खुशियों से अपनी झोलियां भरी।
धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा