जम्मू। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में दोहरे विस्फोट की घटना के लगभग दो महीने बाद यहां की पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो करीबी सहयोगियों की गिरफ्तारी के साथ मामला सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने आतंकवादी संगठन के कमांडर को हिरासत में लेने की कोशिश में राजौरी क्षेत्र में तलाश अभियान की भी शुरुआत की है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जम्मू संभाग के पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने आज कहा कि राजौरी जिले के कोत्रंका गांव में 26 मार्च और 19 अप्रैल को दोहरे विस्फोट की घटना हुई, जिसमें दो लोग घायल हुए थे। इसी के साथ 24 अप्रैल को जिले में बुद्धल ब्लॉक के शाहपुर इलाके में 24 अप्रैल को हुए संदिग्ध विस्फोट में दो और लोग घायल हुए थे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इस संदर्भ में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच भी शुरू कर दी गई है। पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने जिले के लारकोटी, तारगेन, जगलानू और द्राजी इलाके में तलाश अभियान जारी रखा है। दो संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है।
गिरफ्तार लोगों की पहचान द्राज के रहने वाले मोहम्मद शबीर और मोहम्मद सादिक रूप में हुई है। इन दोनों के तार घटना से जुड़े हुए हैं।जांच के दौरान उन्होंने कहा कि बुधल के द्राज का रहने वाला तालिब शाह नामक शख्स धमाकों का मास्टरमाइंड बनकर उभरा और उसी ने समूह का नेतृत्व किया।उसने जनवरी, मार्च और अप्रैल में लम्बेरी-कालाकोट क्षेत्र से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक तीन खेप में अपने पास जमा किए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा, ”इन लोगों ने पाकिस्तान में बसे अपने आकाओं के निर्देश पर काम करते हुए हथियार, गोला-बारूद प्राप्त किए और बाद में इनका इस्तेमाल विस्फोट के लिए किया।”उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और तीसरा आरोपी तालिब शाह फरार है। वह राजौरी में लश्कर का कमांडर है।
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