सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए सच कहूँ स्टाफ सदस्य राजकुमार इन्सां (43) निवासी उपकार कॉलोनी ने जरूरतमंद मरीज के उपचार में मदद हेतु 63वीं बार रक्तदान किया। वीरवार को राजकुमार इन्सां ने शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल स्थित पूज्य बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लड बैंक में एक यूनिट रक्तदान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये सब पूज्य गुरु जी की रहमत की बदौलत ही संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि वे तीन माह बाद निरंतर रक्तदान करते आ रहे हैं। इससे पहले वे 62बार रक्तदान कर चुके थे।
क्यों करें रक्तदान
हम रक्तदान करके किसी जरूरतमंद को जीवन दान दे सकते हैं। एक यूनिट रक्त दान कर चार जिंदगियां बचा सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार रक्तदान के बहुत फायदे हैं। रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनता है तथा खून का संचार भी तेज होता है। जिससे हृदय स्वस्थ रहता है। रक्तदान रूपी महादान का मौका आप सभी के पास है।
रक्त कौन दे सकता है?
ऐसा प्रत्येक पुरूष अथवा महिला:-
- जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच हो।
- जिसका वजन (100 पौंड) 48 किलों से अधिक हो।
- जो क्षय रोग, रतिरोग, पीलिया, मलेरिया, मधुमेंह, एड्स आदि बीमारियों से पीड़ित नहीं हो।
- जिसने पिछले तीन माह से रक्तदान नहीं किया हो।
कितना रक्त लिया जाता है?
- प्रतिदिन हमारे शरीर में पुराने रक्त का क्षय होता रहता है ओर प्रतिदिन नया रक्त बनता रहता है।
- एकबार में 350 मिलीलीटर यानि डेढ़ पाव रक्त ही लिया जाता है (कुल रक्त का 20वां भाग)
- शरीर 24 घंटों में दिए गए रक्त के तरल भाग की पूर्ति कर लेता है।
- ब्लड बैंक रेफ्रिजरेटर में रक्त 4-5 सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
मौका मिला हैं रक्तदान का
इसे यूं ना गंवाइए
देकर के दान रक्त का
आप पुण्य कमाइये।
यदि करनी हो जन सेवा,
रक्त-दान ही है उत्तम सेवा
आपके रक्तदान के कुछ मिनट का मतलब
और के लिए पूरा जीवनकाल है
रक्तदान है सबसे ऊंचा
इसके जैसा दान है ना दूजा
क्यों ना खुद की एक पहचान बनाये
चलो रक्तदान करे और करवाये।
रक्तदान भाई है जरूरी
नहीं आती इससे कोई कमजोरी
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