Rajasthan Weather Update Phalodi Temperature: जयपुर (गुरजंट सिंह)। राजस्थान में प्रचंड गर्मी एवं लू का दौर जारी है और शनिवार को फलौदी में अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। प्रदेश में 20 से अधिक स्थानों पर अधिकतम तापमान 44 से लेकर 50 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज होने से प्रदेश में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हो गए और इससे बचने के लिए घरों से बाहर कम निकले और रास्ते में छाया तलाशते नजर आये। जयपुर मौसम केन्द्र के अनुसार शनिवार को फलौदी में अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 6.9 डिग्री सेल्सियस अधिक था और प्रदेश में फलौदी सबसे गर्म स्थान रहा। Rajasthan Weather
इसी तरह बाड़मेर में अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा जबकि जैसलमेर में अधिकतम तापमान सामान्य से 5.4 डिग्री अधिकता के साथ 48 डिग्री सेल्सियस रहा।इसके अलावा बीकानेर में अधिकतम तापमान 47.2, चुरू में 47, जोधपुर शहर एवं जालोर में 46.9, फतेहपुर में 46.7, कोटा में 46.3, पिलानी में 46.2 एवं वनस्थली में 45.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को फलौदी में अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सादुलपुर में आसमान से बरस रही आग, सडक़े हुई सुनी, 45 डिग्री के पार पहुंचा तापमान | Rajasthan Weather
सादुलपुर, (ओमप्रकाश)। चूरू जिले के सादुलपुर में एक सप्ताह से प्रचण्ड गर्मी का दौर जारी है। वहीं शनिवार को भी तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया। दोपहर में आसमान से बरसती आग ने लोगों को झुलसा कर रख दिया है। लोगों का गर्मी से बुरा हाल हो रहा है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों को सीर पर पानी डालकर राहत पाते देखा गया। इसके अलावा लोग गर्मी से राहत पाने के लिये आइसक्रीम, जूस और ठंडे पानी का सेवन कर रहे हैं। दिन में गर्म लू के थपेड़ों आमजन को झुलसा कर रख दिया। सुबह 7 बजे से ही सूर्यदेव ने आग उगलना शुरू कर दिया।
दोपहर के समय बिजली बोर्ड सादुलपुर से कुरेशी मार्केट तक हर समय लोगों की भीड़ रहने वाले क्षेत्र की सडक़ें सुनी हो गई। वही सूनी सडक़ों से गर्म भाप निकलती देखी गई। दिनभर लू के थपेड़ों की वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर है। वहीं सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा। हांलाकि तापमान में भी दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। प्रचण्ड गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों ने सिर पर छाता और तोलिए का उपयोग किया। एसडीए राजगढ सुशील कुमार सैनी एवं राजकीय उप जिला अस्पताल पीएमओ डॉ. हर्षिता राव ने बताया कि प्रचण्ड गर्मी में बिना वजह धूप में घर से बाहर नहीं जाएं। घर से निकलने से पहले हल्का नाश्ता करें। खाली पेट किसी भी हाल में घर से नहीं निकलें। लू की चपेट में आने पर तुरन्त डॉक्टरों से सलाह लें। खाने में दही, लस्सी और छाछ का उपयोग करें। गर्म मसाले और तेज मिर्ची के खाने से बचें। गौरतलब है कि राजस्थान में बढ़ती गर्मी तीसरे दिन भी जानलेवा बनी। जालोर में लू की चपेट में आए बुजुर्ग ने शनिवार को दम तोड़ दिया। इसी के साथ राजस्थान में हीटवेव से जान गंवाने वालों की संख्या 15 हो गई है। शनिवार को नौतपा की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के 12 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया।
सादुलपुर उपखण्ड में तेज धूप और गर्मी से पशुधन बेहाल, घटा दूध का उत्पादन | Rajasthan Weather
इन दिनों भीषण गर्मी के दौर में गर्मी अपने चरम प्रवान पर है, जिसके चलते चूरू जिले में सादुलपुर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। तापमान में वृद्धि के चलते दुधारू पशुओं का दूध 25 से 30 प्रतिशत तक कम हो गया है। वहीं पशुपालकों के सामने गर्मी व लू से पशुचारे का भी संकट गहरा गया है। गर्मी में हरे चारे व पानी आदि की कमी के चलते दुधारू पशुओं ने दूध देना कम कर दिया है। जिससे पशु पालक चिंतित हैं। पशुपालक नेतराम मेहरा ने बताया कि आलम यह है कि जो भैंस 10 लीटर दूध देती थी, भीषण गर्मी के चलते उसका दूध 7 लीटर तक रह गया है। वहीं तेज धूप लू लगने से पशुओं में तनाव भी देखा जा रहा है। Rajasthan Weather
जिसका सीधा असर दूध उत्पादन पर पड़ रहा है। पशु चिकित्सा उप स्वास्थ्य केंद्र कालरी में सहायक पशुधन चिकित्सक नरेश जांगिड़ का कहना है कि गर्मी के इस मौसम में पशु खाना कम कर देते हैं, ऐसी स्थिति में दूध में भी कमी आ जाती है तथा भीषण गर्मी और लू से पशुओं में बीमारियां होने की भी आशंका बनी रहती है। ऐसे में पशुपालकों को अपने पशुओं पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है। पशुधन सहायक जांगिड़ ने बताया अल सुबह अपने पशुओं को चारा डालने के बाद ठंडा पानी पिलाये एवं तेज धूप होने से पहले पशुओं को नहलाएं एवं दिन में कच्ची झोपड़ी छान या हवादार मकान में ही बाधें तथा दिन में दो बार ठंडा पानी पिलाये। जिसमें सुबह शाम पौष्टिक आहार दे। उन्होंने बताया कि हरे चारे के अभाव में आजकल जिन पशुओं में कैल्शियम की कमी है, उन्हें चिकित्सक से सलाह लेकर कैल्शियम प्रोडक्ट खल, बिनोला एवं पशु चारे के साथ दे ताकि गर्मी के मौसम में पशुओं में बीमारियों से बचा जा सके एवं दूध की क्षमता बनी रहे। Rajasthan Weather