लाखों सफाई योद्धाओं ने गंदगी के दैत्य को किया चित्त, चमका हर कोना
झलकियां
- सबसे पहले सिर्फ 3 घंटे में साफ हुआ जैसलमेर जिला, हरियाणा के लगभग बराबर है क्षेत्रफल
- सफाई महा अभियान के लिए पूज्य गुरु जी और साध-संगत की प्रशंसा करते नजर आए आमजन
- हर गली-चौराहे पर नजर आए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग की वर्दी में सजे सेवादार
- जनप्रतिनिधियों व गणमान्यजनों ने भी सफाई अभियान में की शिरकत और एक स्वर में बोले गुरु जी हम आपके साथ हैं।
- सेवादारों को सफाई करते देख दुकानदारों ने ली प्रेरणा और आगे से कूड़ा ना बिखरे इसलिए तुरंत रखे डस्टबिन।
देखते ही देखते बंद पड़े नालों व सीवरेज में सुचारू हुई निकासी - तीव्र गति से चले सेवादारों के हाथ, धड़ाधड़ कूड़े से भरी ट्रालियां
- सेवादारों ने दिखाया बेमिसाल अनुशासन, न कहीं ट्रैफिक रूकी और ना राहगिरों के रास्ते में आई बाधा
- रास्तों पर रूक-रूक कर सेवादारों के बारे में पूछत नजर आए राहगीर
जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। ज़ज्बे व महान रूहानी प्रेरणा ने आज देश के सबसे बड़े राज्य राजस्थान को स्वच्छता की सौगात देकर चमका दिया। डेरा सच्चा सौदा के लाखों सेवादारों और साध-संगत ने राज्य के महानगर जयपुर से लेकर करीब सभी जिलों, छोटे-बड़े शहरों, कस्बों व गाँवों से शनिवार को लाखों टन कूड़ा साफ कर लोगों का दिल जीत लिया। राज्य में कुल 33 जिले, 370 तहसीलें और 44672 गांव हैं।
मरु प्रदेश के डेरा अनुयायियों की ओर से करीब 5 साल बाद पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज का एमएसजी महारहमोकर्म माह का शुभ भंडारा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के साथ मनाने की खुशी में सफाई महा अभियान राजस्थान की संगत द्वारा चलाया गया।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा (यूपी) से अपने पवित्र कर-कमलों से सफाई महा अभियान का आॅनलाईन शुभारंभ किया। यह दुनिया के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया कि सिर्फ 13 दिनों के अंदर दो राज्यों में सफाई महा अभियान चलाकर इनको पूरी तरह चकाचक कर दिया गया हो। इससे पहले 23 जनवरी को हरियाणा की साध-संगत ने राज्य को सफाई कर चमका दिया था। पूरे हरियााणा को सिर्फ 5 घंटों में साफ कर दिया गया था जबकि राजस्थान हरियाणा से आठ गुणा बड़ा है।
ज्यों ही पूज्य गुरु जी ने सुबह अपने पावन कर-कमलों से झाड़ू लगाया तो पूरे राजस्थान में उपस्थित डेरा सच्चा सौदा के लाखों सफाई योद्धाओं ने झाड़ू व अन्य सामान लेकर अपनी पॉजीशनें संभाल ली। छोटे-बड़े शहरों व गाँवों में सफाई योद्धा गलियों, चौकों की तरफ बढ़ गए और जहां भी सेवादारों को कूड़ा नजर आया, उन्होंने पलक झपकते ही सफाई कर दी। सेवादार अपना झाडू, कस्सी, दाती, आरी, व बठ्ठल लेकर पहुंचे हुए थे। और तो और रोटी-पानी भी सेवादार स्वयं अपने घर से लेकर गए। स्थानीय लोगों के लिए यह दृश्य किसी अजूबे या फिर सपने से कम नहीं ही था कि अपना झाडू, बठ्ठल लेकर कोई मेरी गली व मेरे घर के बाहर साफ-सफाई कर रहा है।
उन्होंने कहा कि ये सेवादार किसी फरिश्ते से कम नहीं हो सकते। इन सफाई योद्धाओं के लिए कोई बेगाना नहीं। क्योंकि इनके दिलों में गाँवों से लेकर पूरे देश को स्वच्छ बनाने का सपना है व यह सेवादार इस सपने को अपने हाथों से यह सोचकर पूरा कर रहे हैं कि हिम्मत से सब कुछ संभव है। इस सफाई महा अभियान में राज्य के हर क्षेत्र विधायकों, पूर्व विधायकों, स्थानीय निकाय, पंचायती संस्थाओं के पदाधिकारियों व समाज सेवियों ने हिस्सा लिया।
पूज्य गुरु जी ने 7 घंटे लगातार बैठकर बढ़ाया सेवादारों का हौसला
शाबाश! बल्ले! आशीर्वाद! साधुवाद! कमाल! जैसे प्यार भरे शब्दों की वर्षा ने आज हर किसी को ऊर्जा, ताजगी व नवीनता की तरंगों से निहाल कर दिया। पूज्य गुरु जी आज करीब 7 घंटे लगातार आॅनलाईन सफाई महा अभियान में जुटे लाखों सेवादारों, गणमान्यजनों, विधायकों, पूर्व विधायकों, मेयरों, जिला परिषद्, ब्लाक समितियों के चेयरमैनों, अधिकारियों व पंचों-सरपंचों के साथ जुड़े रहे व उनसे बातचीत करते रहे। आप जी ने सभी के साथ सफाई को लेकर बातचीत की व उनको सफाई महा अभियान में हिस्सा बनने व सहयोग देने के लिए आशीर्वाद दिया।
हमारी ज़िंदगी का मकसद सिर्फ समाज का भला: पूज्य गुरु जी
सफाई अभियान की शुरुआत करते हुए पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि अपना काम भला करना है। हमारे पीर, पैगम्बरों, संत-महापुरुषों ने लिखा है कि संत न छोड़े संतमयी चाहे लाखों मिले असंत। संतों का काम सेवा करना, समाज का भला करना और भला करने के लिए प्रेरित करना, सिर्फ और सिर्फ संतों का ये काम होता है। ना कि उसके बदले में कोई चढ़ावा लेना या किसी को कुछ बुरा कहना, ये काम नहीं। तो अपना काम हम करते ही जाएंगे। हमें बड़ी खुशी है कि हमारे देश के राजा और बाकी सभी सज्जन, प्रदेश के जितने भी मौजिज लोग हैं सभी स्वच्छता को तवज्जो दे रहे हैं। हम हमेशा इस काम के लिए तत्पर रहेंगे, आपके साथ सेवा में लगे रहेंगे। सभी लोग स्वच्छता के इस महायज्ञ में सहयोग दे रहे हैं, सभी को साधुवाद। चाहे वो हमारे पाक पवित्र वेद हैं।
पवित्र गीता, रामायण हैं, पवित्र कुरान शरीफ है, पवित्र गुरबाणी है, श्री गुरुग्रंथ साहिब जी हैं, चाहे वो पवित्र बाइबल है, सभी धर्मों में वातावरण को स्वच्छ करने की बात कही गई है। तो आज हम उन सभी गाँव, तहसील, कस्बा और शहरवासियों से आह्वान करते हैं कि आप भी इस महायज्ञ में अपना पूर्ण सहयोग करें। देश के राजा हैं या जितने भी सज्जन देश को स्वच्छ बनाना है, बेटियों को पढ़ाना है, बेटियों को आगे बढ़ाना है, दिन-रात हम भी सालों से इस कार्य पर लगे हुए हैं। बड़ी खुशी है कि आज पूरे देश में क्रांति आ रही है और आए भी क्यों ना, सारे मौजिज सज्जन, सभी मुख्य लोग इस बारे में कदम उठाएंगे तो यकीनन जरूर होगा। आज हर गाँव से सरपंच, पंच साहिबान और शहरों के मेयर साहिबान हैं या जितने भी आॅफिसर साहिबान हैं, उन्होंने भी पूरा-पूरा साथ दिया है, बड़ा अच्छा लग रहा है कि हर शख्स इस महायज्ञ में आहूति डाल रहा है।
गणमान्यजनों ने की सराहना
“गुरुदेव मुझे कई बार डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत के कार्यक्रमों में शिरकत का मौका मिला है। साध-संगत पूरी निष्ठा से समाज की सेवा करती है। चाहे वो रक्तदान की बात हो, स्वच्छता का कार्य हो अथवा वृक्षारोपण का कार्य हो। कोटा की साध-संगत पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ सेवा के कार्यों को अंजाम देते हैं। आपसे यही प्रार्थना है कि हमारे कोटावासियों पर आपकी सतत् कृपा दृष्टि इसी प्रकार बनी रहे जी और जल्दी से जल्दी कृपा में आएं।
-संदीप शर्मा, विधायक कोटा
“गुरुदेव डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने अजमेर में सफाई अभियान चलाकर काबिले तारीफ काम किया है। मैं आपका इसके लिए अभिनंदन करता हूँ। इससे न सिर्फ सड़कों की सफाई हुई बल्कि इस संदेश से लोगों के मन भी स्वच्छ होंगे, उनका जीवन अच्छा रहेगा। इस अभियान से सबको मिलकर सामाजिक सेवा का संदेश मिलेगा और जन-जन को नई प्रेरणा व ऊर्जा मिलेगी। ये अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान को भी आगे बढ़ाएगा।”
-वासुदेव देवनानी, विधायक, अजमेर उत्तर
“गुरु जी सफाई महा अभियान के लिए मैं पूरी संगरिया की जनता की तरफ से धन्यवाद करता हूँ। आप समाज के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। आपके चरणों में मेरा सादर प्रणाम।”
-गुरदीप सिंह शाहपीनी, विधायक संगरिया
“गुरु जी आपने जो स्वच्छता अभियान से संदेश दिया है, उससे सिर्फ सड़कों की सफाई नहीं होगी बल्कि मन की कालिश भी साफ होगी। नशा मुक्ति अभियान के लिए भी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।”
-राजकुमार गौड़, विधायक श्रीगंगानगर
“गुरु जी आपने पहले भी अलवर में सफाई अभियान चलाया गया था। तब आप स्वयं यहां पर पधारे थे। आपजी ने एक बार फिर से अलवर को साफ करके संवारने का काम किया है। सफाई से हमारा पर्यावरण भी सही होता है। पूरे राजस्थान में एक साथ सफाई का बहुत बड़ा काम डेरा सच्चा सौदा ने किया है। गुरु जी की प्रेरणा से पूरे समाज को प्रेरित होना चाहिए।”
-संजय सिंह, विधायक अलवर
“गुरु जी हम सब बहुत भाग्यशाली हैं कि हमें सफाई महा अभियान में सेवा का मौका मिला। महाराजा गंगा सिंह जी की ये नगरी आज स्वच्छता अभियान से चमाचम हो चुकी हैं। आपके द्वारा चलाई गई नशा मुक्ति मुहिम की भी हम बहुत-बहुत सराहना करते हैं। आपसे निवेदन है कि हमारे पूरे शहर को भी नशा मुक्त बनाएं। हम सब आपके पूर्ण सहयोग के लिए तैयार हैं।”
-करुणा चांडक, सभापति नगर, परिषद, श्रीगंगानगर
“गुरुदेव मन की गंदगी आप साफ करते हैं और शहर की गंदगी नगर निगम साफ करता है। मन की गंदगी और शहर की गंदगी को साफ करने की प्रेरणा जो आपसे मिली है उसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूँ। कर्मचारी रोजाना सफाई करते हैं, लेकिन आपने जो हमारा और स्वच्छता सैनिकों का उत्साहवर्धन किया है वो काबिलेतारीफ है। और सेवादारों ने जो सेवाभावना दिखाई है वो बेमिसाल है। देश के प्रधानमंत्री ने जो पूरे देश को स्वच्छ बनाने का सपना देखा है उसे साकार करने के प्रेरणापुंज आप ही हो, इसलिए मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।”
-नीरज, डिप्टी मेयर, नगर निगम अजमेर
देश के प्रति समर्पण व राष्टÑीय एकता का दिलकश नजारा
डेरा सच्चा सौदा का सफाई महा अभियान आज एक अलग व आनंदमयी नजारा पेश कर रहा था। भाईचारे व देश की एकता की मिसाल साबित हुआ है यह सफाई महा अभियान। देश के लिए प्यार है तभी तो यह भावना कि देश गंदा न रहे, सुंदर हो। सफाई योद्धाओं के इस हुजूम में देश अनेकता में एकता भी साफ झलकी। सोच यही कि शहर में कोई भी रहे लेकिन शहर हमेशा स्वच्छ हो। झाडूÞ चला रहे लोगों में हिन्दू भी, मुसलमान भी, सिख भी व ईसाई भी, शहरी भी, गांववासी भी। बोलियों का नजारा भी अलग, कोई पंजाबी में आवाज लगा रहा था, ‘लिया बई बठ्ठल, कूड़ा सिटिया ट्राली च।’ कहीं बागड़ी भाषा बोली जा रही थी ‘इन्ने आ मेरे कानी अठै जादा कूड़ो है, कस्सी लेया अर दूसरां सेवादारां नै भी अठै बुला ले।’ कहीं हरियाणवी भाषा बोली जा रही थी, ‘भाई तोला चाल, सफाई करकै आगे नै चौक कानी जाणा सै, जमा चमका दे खीच कै ने सारे अड़ंगे ने उरे नै करदे।’’