दो लाख की मांगी थी घूस, दलाल भी काबू
जयपुर। Jaipur News: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने जयपुर हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के घर छापा मारकर मेयर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सुशील ने पट्टे बनाने की एवज में 2 लाख रुपए घूस मांगी थी। मेयर के घर सर्च अभियान में 40 लाख रुपए कैश मिले हैं, जिन्हें गिनने के लिए नोट गिनने की मशीन मंगाई गई। साथ ही एक दलाल को भी उसके घर से 8 लाख नकदी सहित दबोचा है। मामले में मेयर की शिरकत को लेकर भी जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि हेरिटेज निगम में कांग्रेस का बोर्ड और मेयर है। Rajasthan News
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने जानकारी देते हुए बताया कि एसीबी की स्पेशल इंवेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) जयपुर इकाई को शिकायत मिली थी कि पट्टा जारी करने को लेकर सुशील गुर्जर की ओर से दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे के द्वारा 2 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक रणधीर सिंह के सुपरविजन में शिकायत की सच्चाई जानी। शुक्रवार रात एसीपी ललित शर्मा के नेतृत्व में टीम ने दलाल नारायण सिंह निवासी 55 ए नेहरू नगर, हटवाड़ा रोड जयपुर को परिवादी से 2 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। Rajasthan News
इसी संबंध में मेयर पति सुशील गुर्जर निवासी ए-3 आदर्श कॉलोनी शक्तिनगर हटवाड़ा रोड़ हसनपुरा, जयपुर और दलाल अनिल दुबे निवासी 173, शक्तिनगर हटवाड़ा रोड हसनपुरा जयपुर को भी गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई के दौरान दलाल नारायण सिंह के घर की तलाशी ली गई जिसमें 8 लाख रुपए से अधिक कैश बरामद किया गया। आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस संबंध में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राजस्थान की कांग्रेस सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है।
एसीबी की ओर से बिना किसी सबूत के कार्रवाई नहीं की जाती। हमारी सरकार किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगी और ईमानदार पर कार्रवाई नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि मुनेश गुर्जर के काम को लेकर मैं खुश नहीं था। इस कार्रवाई को लेकर मैं राजस्थान पुलिस और एसीबी टीम का धन्यवाद दूंगा। पुलिस ने नगर निगम से भ्रष्टाचार खत्म करने की कोशिश की है। मेयर पति की गिरफ्तारी पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस की रग-रग में, ऊपर से लेकर नीचे तक हर विभाग में, चारों ओर सिर्फ भ्रष्टाचार ही है। इस भ्रष्ट तंत्र के तार कहीं न कहीं ऊपर के लोगों तक जुड़ते हैं। सही जांच होने पर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा यानि सच्चाई सामने आ सकती है।