Rajasthan Expressway: राजस्थान में आने वाला समय सड़कों, हाईवे और एक्सप्रेसवे के लिए बेहतर होता जा रहा हैं, सड़कों पर वाहनों की बढ़ती आबादी को देखते हुए राज्य सरकार समय-समय पर उचित कदम उठा रही हैं। बता दें की राजस्थान में हुई 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाओं की घोषणा में जयपुर से फलौदी तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना भी शामिल हैं। आपको बता दें कि राजस्थान का हर बड़ा शहर अपनी कोई खास पहचान रखता हैं, बड़े क्षेत्रफल वाले राज्य के शहरों में इस पहचान को अन्य जिलों में पहुंचने के लिए सड़के और हाईवे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ-साथ यात्रा और व्यापार जैसे कार्यों में भी तेजी आती हैं, वहीं फलौदी का जिक्र तो आपने लोकसभा चुनाव में खूब सुना होगा, क्योंकि यह शहर सट्टेबाजी के लिए मशहूर हैं।
बता दें कि यह शहर पहले जोधपुर का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन अब स्वतंत्र जिला बन गया हैं। जयपुर फलौदी एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद राजधानी का सीधा मारवाड़ से जुडाव पर्यटन को मजबूत करेगा, क्योंकि पर्यटन के दृष्टिकोण से जोधपुर जिला राजस्थान के पर्यटन में महत्वपूर्ण स्थान रखता हैं, इसके अलावा फलौदी बॉर्डर के नजदीक लगता हैं।
3.5 घंटे के समय की होगी बचत | Rajasthan Expressway
जयपुर फलौदी थार एक्सप्रेसवे राजधानी जयपुर की उतरी रिंग रोड से शुरू होगा और फलौदी में नेशनल हाईवे 11 से कनेक्ट किया जाएगा, इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 345 किलोमीटर हैं, जयपुर से फलौदी पहुंचने के लिए अभी 410 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता हैं, जिसके लिए 7 घंटे का समय खर्च होता हैं, परंतु जयपुर से फलौदी तक सीधा एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद यह सफर 3.5 घंटे में तय किया जा सकेगा, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने तक 11112 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
व्यापार में होंगी बढ़ोत्तरी | Rajasthan Expressway
बजट में घोषित हुए 9 एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने के बाद माननीय राजस्थान में इन्फ्रास्ट्रक्चर की एक क्रांति आ जाएगी, इन सभी एक्सप्रेस वे के जरिए ज्यादातर जिले आपस में कनेक्ट हो जाएंगे और आने-जाने का समय घटना से फ्यूल भी बचेगा और जिलों का आपसी कारोबार भी मजबूत होगा, जयपुर से फलौदी के पास मथानिया शहर हैं जहां की लाल मिर्च दूर-दूर तक पहुंचती हैं, उनके कारोबार का भी रास्ता सरल हो जाएगा।