जयपुर (सच कहूं न्यूज)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राजस्थान विधानसभा का यह सदन लोकतंत्र का पवित्र स्थल है। इसकी गरिमा को बनाये रखने का दायित्व सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों का है। देवनानी की अध्यक्षता में उनके कक्ष में सोलहवीं विधानसभा के सभी प्रमुख दलों के वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। देवनानी ने बैठक में गत दिनों सदन में जो परिस्थितियां और वातावरण बना उस पर दुःख और पीडा व्यक्त की। देवनानी ने कहा कि भविष्य में इस पवित्र सदन में ऐसी कोई स्थिति पैदा ना हो। Rajasthan Budget
बैठक में विभिन्न दलों के वरिष्ठ सदस्यों के मध्य सदन को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चलाने के लिए सहमति बनी। देवनानी ने कहा कि प्रतिपक्ष शांतिपूर्वक और गरिमामय तरीके से सदन में मुद्दे उठाये और राज्य सरकार द्वारा उनका समुचित तरीके से जवाब देने की व्यवस्था करे।
देवनानी ने कहा कि 19 फरवरी को सदन में प्रदेश का बजट प्रस्तुत होगा। इस बजट को दोनों पक्ष शांतिपूर्वक सुने। बजट प्रदेश और प्रदेश की आठ करोड जनता के लिए महत्वपूर्ण होता है। सदन में बजट प्रस्तुतिकरण की कार्यवाही को आम जनता भी देखती है। प्रदेश की जनता से चुनकर आये जनप्रतिनिधिगण अपने आचरण और व्यवहार से जन आकांक्षाओं के अनुकूल आदर्श प्रस्तुत करें। देवनानी की अध्यक्षता में हुई बैठक सार्थक रही। देवनानी की मध्यस्थता से सोलहवीं राजस्थान विधान सभा के तृतीय सत्र में प्रस्तुत होने वाले बजट से पहले सदन का गतिरोध समाप्त किये जाने पर सभी दलों की सहमति बनी।
व्यवधान समाप्त करने के लिए देवनानी ने सदस्यों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली. खादय एंव आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक रफीक खान. रालोद के डॉ. सुभाष गर्ग और विधानसभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा मौजूद थे। Rajasthan Budget
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