सरसा। पिछले कई दिनों से भीषण झुलसा देने वाली गर्मी के बाद शनिवार को दोपहर तीन बजे अचानक मौसम ने करवट ली। तेज धूलभरी आंधी के साथ आसमान में बादल घिर आए। आंधी के चलते जहां उड़ती धूल से आमजन को थोड़ी परेशानी उठानी पड़ी।
वहीं आंधी के बाद झमाझम बारिश ने गर्मी को धो दिया। बच्चों ने बारिश का जमकर लुत्फ उठाया। वहीं सूख रही फसलों के लिए भी बारिश वरदान साबित हुई, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे।
सच कहूँ/संदीप सिंहमार। हिसार। पश्चिमी हवाओं के मॉनसूनी प्रभाव के बीच हरियाणा,पंजाब व राजस्थान के कुछ जिलों में शनिवार दोपहर बाद हुई बारिश से जहां लोगों को झुलसाती गर्मी से राहत मिली है वहीं इस बारिश ने फसलों को भी प्रारंभिक तौर पर संजीवनी देने का काम किया है। मॉनसून के इंतजार में सूखती जा रही धान, नरमा, कपास, ज्वार, गवार, दलहन की फसलों के साथ-साथ सब्जियों को भी को शनिवार को ही बारिश से विशेष फायदा मिला है। शनिवार को दोपहर बाद जींद,हिसार,भिवानी, चरखी दादरी, सरसा, फतेहाबाद, रोहतक, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी पानीपत ,सोनीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, यमुनानगर जिले में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई। ज्ञात रहे कि संपूर्ण उत्तर भारत सहित हरियाणा,पंजाब व राजस्थान में भी मॉनसून आमतौर पर 27 जून को पहुंचाता है लेकिन इस बार क्षेत्र में मॉनसून के लिए अनुकूल परिस्थितियां नहीं बन पाई है। जिसकी वजह से मॉनसून की बारिश देरी से चल रही है।
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