आईबीएम दे रही है एआई बेस्ड वीडियो एनालिटिक्स सर्विस
उतर प्रदेश (सच कहूँ)। इलाहाबाद में 15 जनवरी से शुरू हो रहे अर्ध कुंभ की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस धार्मिक मेले में रेलवे पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने जा रही है। दुनिया की बड़ी टेक कंपनी आईबीएम द्वारा विकसित की गई इस तकनीक की मदद से मेले में वाली भीड़ को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा टीवी स्क्रीन और कैमरों से मेले पर नजर रखने की तैयारी हो रही है।
एआई टेक्नोलॉजी से भीड़ को कंट्रोल करेंगे
उत्तर-मध्य रेलवे के जनरल मैनेजर राजीव चौधरी ने बताया कि ‘भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आईबीएम की एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर वीडियो एनालिटिक्स सर्विस देगा। इसके अलावा हर तरफ से सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी और लगातार टीवी स्क्रीन पर जानकारी अपडेट की जाएगी।’
इस तरह काम करती है आईबीएम वीडियो एनालिटिक्स सर्विस :
आईबीएम सिक्योरिटी और पब्लिक सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन को वीडियो का उपयोग कर सिक्योरिटी, इंटेलिजेंस और जांच में मदद करता है। इसकी मदद से कई कैमरों से लिए गए वीडियो में से फोटो और जरूरी जानकारी खोजने के लिए एडवांस्ड सर्च, रिडेक्शन और फेशियल रिकग्निशन का उपयोग कर सकते हैं।
- इसमें किसी अपराधी, वीआईपी जैसे लोगों की फोटो एड कर वॉच लिस्ट बना सकते हैं, ताकि कैमरा इनको पहचान सके।
- आयु, लिंग, चेहरे का रंग, बालों का रंग, कपड़ों का रंग और पैटर्न के आधार पर कई कैमरों में से सही रिजल्ट निकालकर देगा।
- लाइव-स्ट्रीमिंग फिक्स्ड कैमरा से, अगर कोई ऑब्जेक्ट तय किए गए पैटर्न से अलग मूवमेंट करता है, तो उसका अलर्ट तुरंत मिल जाएगा।
- वीडियो इमेजेस को डेटा में बदल देता है, जिससे वीडियो मॉनिटरिंग करना आसान हो जाता है।
पहले दिन 1 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना
- दिन श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या
- 15 जनवरी (मकर संक्रांति) 1.20 करोड़
- 21 जनवरी (पौष पूर्णिमा) 55 लाख
- 4 फरवरी (मौनी अमावस्या) 3 करोड़
- 10 फरवरी (वसंत पंचमी) 2 करोड़
- 19 फरवरी (माघी पूर्णिमा) 1.6 करोड़
- 4 मार्च (महाशिवरात्रि) 60 लाख
ट्रेन की जानकारी के लिए ऐप होगी शुरू
रेलवे जल्द ही ‘कुंभ रेल सेवा’ नाम से एक नई मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रहा है, जिसकी मदद से यात्रियों को ट्रेन से जुड़ी सारी जानकारी दी जाएगी। अनुमान के मुताबिक, इस मेले में दुनियाभर से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इसके अलावा सोशल मीडिया की भी मदद ली जाएगी।
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