दूसरे की जगह पर परीक्षा देने वाले फर्जी परीक्षार्थियों का गिरोह पकड़ा गया।
वाराणसी (एजेंसी)। रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा में दूसरे की जगह पर परीक्षा देने वाले फर्जी परीक्षार्थियों के गिरोह की धरपकड़ के दौरान पुलिस के हत्थे नालंदा, बिहार निवासी एक्साइज इंस्पेक्टर पप्पू कुमार भी चढ़ गया। कोलकाता में तैनात पप्पू कुमार के अलावा छह अन्य लोग भी पकड़े गए हैं। इन दिनों रेलवे परीक्षाओं में दूसरे के नाम पर फर्जी लोगों के बैठने की घटनाएं बढ़ गई हैं। बुधवार को ऐसे ही मामले में मंडुआडीह पुलिस और एसटीएफ की टीम ने सात आरोपितों को चितईपुर से गिरफ्तार किया।
मंडुआडीह थाना प्रभारी संजय त्रिपाठी ने बताया कि चितईपुर स्थित श्रीसिद्धेश्वर शिव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन बरईपुर निवासी नवनीत सिंह कौशिक की तहरीर पर पुलिस ने गिरोहबद्ध होकर फर्जी रूप से परीक्षा देने के मामले में कुछ लोगों को रडार पर लिया। टीसीएच की जानकारी के बाद संस्थान के निदेशक की निगहबानी पर बड़े सुराग हाथ लगे। पुलिस को फर्जी परीक्षार्थियों के बड़े गिरोह की जानकारी मिली, जिसका नेटवर्क रैकेट के रूप में कई राज्यों में फैला है।
20 हजार में परीक्षा, डेढ़ लाख में नौकरी
गिरफ्तार युवकों से मिली जानकारी के अनुसार बाकायदा परीक्षा देने से लेकर नौकरी दिलवाने के लिए रेट फिक्स था। यहां परीक्षा का 20 हजार और पक्की नौकरी के डेढ़ लाख वसूले जाते थे।
सभी आरोपित बिहार निवासी
अन्य आरोपितों में औरंगाबाद बिहार निवासी संयोग कुमार, नवादा निवासी निरंजन यादव व अमरकांत यादव, पटना निवासी राजेश कुमार व रोहित राज, नवादा का अमरकात यादव व नालंदा का रितिक राज है। पुलिस ने इन सभी को मेडिकल के लिए भेज कार्रवाई शुरू कर दी है।
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