तेहरान (एजेंसी)। काली पगड़ी और मौलवी का कोट पहने, ईरान के कट्टरपंथी नेता, इब्राहिम रायसी खुद को एक गंभीर, पवित्र व्यक्ति और गरीबों के लिए भ्रष्टाचार से लड़ने वाले चैंपियन के रूप में देखते हैं। शनिवार को 60 साल के इब्राहिम रायसी को इस्लामिक गणराज्य ईरान के अगले राष्ट्रपति के तौर पर विजेता घोषित किया गया है। हालांकि, चुनावी पर्यवक्षकों का आरोप है कि ईरान में सुधारवादी और उदारवादी नेताओं को इस बार चुनाव लड़ने ही नहीं दिया गया। लिहाजा, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी और कट्टर समर्थक शिया मौलवी और सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख इब्राहिम रईसी को जिताया गया है। गौरतलब हैं कि ईरान में राष्ट्रपति से भी ऊपर सर्वोच्च नेता होते हैं, लेकिन शासन का अधिकार राष्ट्रपति के हाथ में होता है। ईरान की आंतरिक और विदेश नीति राष्ट्रपति तय करता है लेकिन सर्वोच्च नेता का फैसला ही आखिरी फैसला होता है।
जानें, कौन हैं इब्राहिम रायसी
इब्राहिम रायसी किसी महान करिश्मे के लिए प्रसिद्ध नहीं है, लेकिन न्यायपालिका के प्रमुख के रूप में, भ्रष्ट अधिकारियों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्होंने एक लोकप्रिय अभियान जरूर चलाया था। चुनाव अभियान में उन्होंने भ्रष्टाचार पर लड़ाई जारी रखने, कम आय वाले परिवारों के लिए 40 लाख नए घरों का निर्माण करने और “एक मजबूत ईरान के लिए लोगों की सरकार” बनाने की कसम खाई थी। कई ईरानी मीडिया आउटलेट उन्हें सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में भी देखते हैं, जो अगले महीने 82 साल के हो जाएंगे।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।