खरखौदा ( सच कहूं /हेमंत कुमार)। रोहतक मार्ग पर स्थित कन्या महाविद्यालय में महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ कार्यकारी प्राचार्य डॉक्टर शालिनी ने किया। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि सतयुग के एक महान ऋषि थे वह हमारे देश के सबसे पहले कभी रहे है ।उन्होंने अपने पहले छंद का आविष्कार गंगा नदी के तट पर किया था । kharkhoda news
उन्होंने अपने जीवन के घटनाओं के माध्यम से हमें जीवन मे अनुशासन और जीने के तौर तरीकों के बारे में बहुत कुछ सिखाया है। हमें उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। रामायण को न केवल पाठ्यक्रम में अपितु हमें अपने जीवन में धारण करनी चाहिए। संस्कृत विभाग से ममता ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण की शिक्षाओं को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। तभी हम एक आदर्श और नैतिक समाज का निर्माण कर सकते हैं । kharkhoda news
रामायण में लिखे एक-एक अध्याय को पढ़कर हमें उसका अनुसरण करना चाहिए। दो प्रमिला ने भी वाल्मीकि के जीवन दर्शन के बारे में छात्राओं को अवगत कराया। ऐसा कर पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में दो टीम में बनाई गई। जिसमें ए टीएम में हिंदी विभाग की छात्राएं तथा बी टीम में संस्कृत विभाग की छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता तीन भागों में कराई गई। प्रत्येक भाग में 10 प्रश्न पूछे गए। जिसमें ए टीएम विजेता रही। विजेता टीम को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया था ।इस अवसर पर डॉ दर्शना दहिया, डॉ सीमांत आदि मौजूद सदस्य रहे। kharkhoda news
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